मनरेगा के मजदूर बेटे ने किया NEET परीक्षा पास, गांव का बनेगा पहला डॉक्टर

punjabkesari.in Monday, Jun 11, 2018 - 03:01 PM (IST)

नई दिल्ली: हाल ही में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने नीट के नतीजे जारी किए थे, जिसमें करीब 7 लाख उम्मीदवारों ने परीक्षा पास की। इसमें एक स्टूडेंट की कहानी काफी प्रेरणादायक है। वह है राजस्थान के कृष्ण कुमार।  कृष्ण कुमार अब डॉक्टर बनना चाहते हैं और खास बात यह है कि वे डॉक्टर बनने में सफल होते हैं तो अपनी ग्राम पंचायत के पहले डॉक्टर होंगे।

कृष्ण कुमार अपने जिले में एनईईटी परीक्षा पास करने वाले इकलौते उम्मीदवार हैं। कृष्ण कुमार के माता-पिता मनरेगा मजदूर के रूप में काम करते हैं और मुश्किलों से अपना जीवनयापन करते हैं।


उनके माता-पिता ने कहा कि वे चाहते थे कि वे जीवन में जिन दुखों का सामना कर रहे थे, उनसे बाहर निकलें। उनके पिता मुन्ना लाल ने कहा, 'मेरा लंबे समय का सपना पूरा हो गया है और मुझे गर्व है कि मेरा बेटा मेरे पंचायत में पहला डॉक्टर होगा।' कुमार की मां अशिक्षित है और मुन्ना लाल ने 5वीं तक पढ़ाई की है।


रिपोर्ट्स के अनुसार कृष्ण कुमार ने अपने गांव में केरोसिन लैंप से अपनी पढ़ाई करते कई रातें बिताई, उनके पास आधुनिक लैंप खरीदने के लिए भी पैसे नहीं थे। बता दें कि हाल ही में आयोजित NEET एग्जाम में आल इंडिया 3,099 रैंक हासिल की है। वह अपने पंचायत से पहले एमबीबीएस डॉक्टर बनेंगे। कुमार ने अपने गांव से लगभग 20 किमी दूर एक हिंदी माध्यम सरकारी स्कूल से अपनी 12वीं की शिक्षा पूरी की।


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pooja

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