फूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी में बनाएं करियर, आगे बढ़ने के कई मौके

Friday, Apr 13, 2018 - 12:23 PM (IST)

नई दिल्ली : आज के दौर में आम चुनौतियों से लेकर भविष्य का हल खोजने में कामयाबी की राह दिखाने वाले अप्लाइड साइंस से जुडे़ क्षेत्र लोकप्रियता के नए मुकाम हासिल कर रहे हैं। यदि अप्लाइड बायोलॉजिकल साइंस की बात करें तो यह क्षेत्र सीधे तौर पर मानव जीवन से जुड़े होने की वजह से लगातार विस्तृत और इंटरडिसिप्लनरी बनता जा रहा है। फूड साइंस और फूड प्रोसैसिंग इंजीनियरिंग व टैक्नोलॉजी अप्लाइड साइंस ऐसा ही उभरता क्षेत्र है, जहां आप एक एक्सपर्ट, टैक्नोलॉजिस्ट और फूड साइंटिस्ट के रूप में करियर बनाने के साथ-साथ उद्यमिता के भी सपने देख सकते हैं और योजनाबद्ध प्रयासों से कामयाब हो सकते हैं। 

क्या है फूड साइंस और फूड प्रोसैसिंग इंजीनियरिंग ? 
सामान्य अर्थों में फूड साइंस या फूड टैक्रोलॉजी एेसी विधा है जिसमें खाद्य पदार्थों के उत्पादन, प्रसंस्करण संरक्षण और विपणन जैसे कार्य शामिल होते हैं। 
एक फूड साइंस प्रोफैशनल के तौर पर खाद्य पदार्थों के भौतिक, रासायनिक और जैवकीय लक्षणों का अध्ययन करना होगा, यानी फूड साइंस अप्लाइड साइंस की एेसी शाखा है जहां आपको बायाकैमिस्ट्री, कैमिकल इंजीनियरिंग और फिजीकल साइंस के मूलभूत सिद्धांतों की पढ़ाई करनी है। 

बढ़ती संभावनाओं का क्षेत्र
संस्कृत खाद्य पदार्थों की मांग लगातार बढऩे के कारण औद्योगिक स्तर पर प्रोफैशनल्स के लिए संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। देश में खाद्य पदार्थों की खरीदारी, भंडारण, परिवहन और वितरण की जिम्मेदारी भारतीय खाद्य निगम के जिम्मे है जो बड़ी संख्या में सामान्य स्नातकों से लेकर प्रोफैशनल कोर्स करके आने वाले युवाआें को रोजगार मुहैया कराता है।  इसके अलावा खाद्य तेलों, पेय पदार्थों के कारोबार से जुड़ी कम्पनियों और रिटेल मार्कीट में आसानी से जॉब पा सकते हैं। इस क्षेत्र की बढ़ती संभावनाओं का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि एक रिपोर्ट के दावे के अनुसार देश में 30 करोड़ से अधिक मध्यमवर्गीय और उच्चवर्गीय लोग प्रोसैस्ड और पैकेज्ड फूड के उपभोक्ता बन चुके हैं। निकट भविष्य में यह संख्या 50 करोड़ हो जाएगी। फूड प्रोसैसिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के मकसद से देशभर में मैगा फूड पार्कों का निर्माण प्रस्तावित है।

कहां मिलेंगे अवसर 
दुनिया भर में बढ़ते शहरीकरण और बदलती जीवनशैली की वजह से फूड प्रोसैसिंग टैक्रोलॉजी का महत्व तेजी से बढ़ रहा है। फूड साइंस या फूड टैक्रोलॉजी प्रोफैशनल्स के तौर पर आप फूड टैक्रोलॉजी लैब या क्वालिटी कंट्रोल विभाग में करियर की शुरूआत कर सकते हैं। इनके अलावा इस क्षेत्र में बैक्टीरियोलॉजिस्ट और टॉक्सिकोलॉजिस्ट जैसे ऑफबीट करियर भी हैं। फूड साइंस में अंडरग्रैजुएट और मास्टर्स करने वाले के पास लैबोरेटरी, कैटरिंग, रेस्तरां, हॉस्पिटल के साथ-साथ बेकरी, मीट, पॉल्ट्री, फूड पैकेजिंग आदि क्षेत्रों में अच्छे पैकेज के साथ जॉब पा सकते हैं।

फूड साइंस की कैसे करें पढ़ाई
यदि आपने 12वीं फिजिक्स, कैमिस्ट्री, बॉयोलॉजी या मैथ्स विषयों के साथ की है जो आप अंडरग्रैजुएट स्तर पर संचालित होने वाले तीन वर्षीय या चार वर्षीय कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। इसके अलावा आप फूड साइंस व फूड टैक्रनोनॉजी में स्पैशलाइजेशन कर सकते हैं। उच्च शिक्षा या रिसर्च में करियर बनाने के लिए मास्टर्स या फिर पीएच.डी. करनी होगी।

रोजगार देने वाले प्रमुख क्षेत्र 
फार्मा-बायोटैक, डेयरी फार्म, एफ.एम.सी.जी., रिटेलर, हैल्थकेयर, फूड पैकेजिंग, बेकरीज व कंफैक्शनरीज तथा फूड मैन्युफैक्चरिंग व प्रोसैसिंग।

bharti

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