डबिंग में बनाएं करियर, आगे बढ़ने के है कई अवसर

Wednesday, Mar 21, 2018 - 12:20 PM (IST)

नई दिल्ली : आजकल देश में डब फिल्मों का बहुत बड़ा बाजार बनता जा रहा है। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक आगामी दो दशकों में भारत हॉलीवुड की फिल्मों का सबसे बड़ा बाजार बनकर उभरने की संभावना रखता है। गौरतलब है कि हॉलीवुड में निर्मित फिल्म ‘द जंगल बुक’ को जब हिन्दी में डब किया गया तो उसने भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में सफलता के झंडे गाड़ दिए तथा रिकॉर्डतोड़ कमाई की। यह सिलसिला ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ से होते हुए ‘अवतार द डार्क नाइट’ और अब ‘ब्लैक पैंथर’ तक जा पहुंचा है।

क्या कहते हैं जानकार 
फिल्म इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि भारतीय दर्शक अपने परम्परागत ढर्रे से अलग विदेशी समाज और  संस्कृति से रू-ब-रू होना चाहता है। यही कारण है कि भारतीय सिनेमा जगत लगातार प्रयोगस्थली बनता जा रहा है। वर्तमान समय में टैलीविजन तथा फिल्म इंडस्ट्री बहुत तेजी से प्रगति कर रही हैं। अंग्रेजी भाषा सहित विभिन्न भाषाओं की फिल्में तथा टैलीविजन सीरियल्स हिन्दी भाषा में डब किए जा रहे हैं, जिसके चलते  डबिंग आर्टिस्ट की देश में भारी मांग है।

डबिंग आर्टिस्ट का है अहम रोल
 डबिंग करते समय आवाज को और भी शानदार बनाया जाता है। इस प्रकिया में डबिंग आर्टिस्ट का उस समय सहारा लिया जाता है जब या तो कलाकार अस्वस्थ हो अथवा उसकी मृत्यु हो गई हो या उसे लैंग्वेज की जानकारी न हो। वैसे तो डबिंग के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए कोई विशेष मापदंड तय नहीं हैं, फिर भी यदि कोर्स के बाद विद्यार्थी इस फील्ड में कदम रखते हैं तो कई तकनीकी चीजें उनकी सहायता करती हैं। डबिंग कोर्स करने के उपरांत व्यावहारिक ज्ञान प्रोडक्शन हाऊस या स्टूडियो से ही लिया जाता है। कई विश्वविद्यालय तथा कॉलेज डबिंग का कोर्स संचालित करते हैं। 

जरुरी स्किल्स 
डबिंग में सबसे जरूरी प्रोफैशनल स्किल्स हैं, जिनके दम पर सटीक डबिंग की जाती है। आवाज पर परफैक्ट कमांड, उत्साही प्रवृत्ति, कम्प्यूटर पर घंटों कार्य करने की क्षमता, विजुअलाइजेशन संबंधी शब्दों का सही उच्चारण, समय सीमा, आंखों तथा कानों को हमेशा खुला रखने की आदत एवं तकनीकी अभिरुचि इस क्षेत्र में बहुत आगे तक ले जाती है। किसी अच्छे संस्थान से डबिंग कोर्स  करने के उपरांत आप डबिंग असिस्टैंट के रूप में ऑडियो पोस्ट प्रोडक्शन हाऊस में नौकरी करके अपने करियर की शुरूआत कर सकते हैं। जहां आवाज को तैयार करने, बदलने तथा उसमें कई आवाजों का मिश्रण करने संबंधी कार्य किए जाते हैं। डबिंग को पार्टटाइम करियर के रूप में भी अपनाया जा सकता है। डबिंग आर्टिस्ट द्वारा बोले गए डायलॉग, म्यूजिक एवं अन्य सामग्री को इकट्ठा करने, उनका चयन एवं मिकिसिंग करने, ऑडियो शूट में आई दिक्कतों को दूर करने, स्पैशल इफैक्ट्स डालने, मैंटीनैंस संबंधी कार्य देखने का जिम्मा मुख्य रूप से  डबिंग आर्टिस्ट पर होता है।     
 

Punjab Kesari

Advertising