इन फील्ड में बनाएं करियर, 2 लाख सालाना कर सकते है कमाई

Friday, Nov 29, 2019 - 10:53 AM (IST)

नई दिल्ली: छात्रों को चाहिए कि करियर बनाने के लिए अपना लक्ष्य वे स्कूल स्तर पर ही निर्धारित कर लें और उसी को मन में रख कर कक्षा 10वीं से 12वीं तक प्रतिष्ठित संस्थानों की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी भी करते रहें। याद रखिए कि मन में विश्वास, मेहनत की लगन और चुनौतियों का सामना करने का जज्बा हो तो आगे बढऩे से आपको कोई नहीं रोक सकता। पहले जहां करियर के गिने-चुने पारम्परिक विकल्प हुआ करते थे, आज के युवाओं के पास करियर बनाने के लिए पहले से कहीं ज्यादा विकल्प हैं। ऐसे में सही राह पकडऩे पर युवाओं की उन्नति पक्की हो सकती है। कुछ करियर विकल्पों के बारे में यहां बता रहे हैं : 

पर्यावरण तथा ऊर्जा संरक्षण
कई शैक्षणिक संस्थान इसीलिए अपने पाठ्यक्रम में इस विषय को शामिल कर रहे हैं। दुनिया भर में क्लीन एन्वायरनमैंट को प्रमोट करने और ग्लोबल वाॄमग पर नियंत्रण करने की मांग ने इस फील्ड में रोजगार के अनेक नए अवसर सृजित किए हैं। इस फील्ड में वर्क फोर्स की डिमांड क्लाइमेट चेंज साइंस, कृषि, इनवैस्टमैंट बैंकिंग एंड प्रोजैक्ट फाइनांस, टैक्नोलॉजी डिवैल्पमैंट एंड डिप्लायमैंट पॉलिसी एंड रैगुलेटरी स्टडीज एंड लीगल अफेयर्स आदि कई क्षेत्रों में बढऩे लगी है। 

इंश्योरेंस
पहले जहां यह फील्ड सरकारी कम्पनियों तक ही सीमित था, अब निजी क्षेत्र में भी इस सैक्टर के खुल जाने से यहां ढेर सारे अवसर बढ़े हैं। बड़ी-बड़ी कम्पनियों जैसे भारती एयरटैल, मैक्स, अवीवा मैटलाइफ आदि में एडवाइजर्स बड़ी संख्या में रखे जा रहे हैं। यह फील्ड लगातार बढ़ रहा है और नई से नई कम्पनियां यहां कदम रख रही हैं। 

क्रिएटिव डिजाइन
यह एक आकर्षक करियर ऑप्शन है। इस क्षेत्र में हर तरह की डिजाइङ्क्षनग शामिल है जैसे ज्यूलरी, फर्नीचर, फैशन डिजाइन इत्यादि। चूंकि लोगों में क्वालिटी ऑफ लाइफ को लेकर जागरूकता फैली है, इस क्षेत्र में भी संभावनाएं बढ़ी हैं।

पी.आर. एंड इवेंट मैनेजमेंट
इवैंट मैनेजमैंट के लिए वैन्यू बुक कराना और उन्हें ऑर्गेनाइज करने तक सारा काम इवैंट मैनेजमैंट कम्पनियां करने लगी हैं। आधुनिक कल्चर और जरूरतों के कारण इनका काम खूब फल-फूल रहा है। आज के दौर में जब टी.वी. पर रियलिटी शोज की बढ़ौतरी हो रही है, इनके आर्गेनाइजर्स भी इवैंट मैनेजमैंट कम्पनियों की सेवाएं ले रहे हैं।

एजुकेशन मैनेजमैंट 
अब केवल शिक्षक-लैक्चरर तक ही यह फील्ड सीमित नहीं रहा। यह एक कॉर्पोरेट रूप अख्तियार कर चुका है। एड कॉम, करियर लांचर आदि कम्पनियां शिक्षा के क्षेत्र में टैक्नीकल शिक्षण प्रणाली को बेहतर करने की दिशा में अग्रसर हैं। यहां भी करियर के लिए अपार अवसर हैं।

मीडिया 
यहां पैसा, ग्लैमर और शोहरत की चकाचौंध है। नैचुरली यह युवाओं के लिए बेहद अट्रैक्टिव फील्ड है। पिछले कुछ वर्षों में मनोरंजन के साथ-साथ न्यूज बेस्ड कई चैनल्स की बाढ़-सी आने से यहां पर नौकरियों के द्वार खुले हैं।

को-ऑप्रेटिव मैनेजमैंट
कई बड़ी कम्पनियां जो विस्तार की ओर रुख कर रही हैं, ग्रामीणों के साथ मिलकर काम शुरू कराने में उनकी सहायता कर स्व-रोजगार को बढ़ावा दे रही हैं। अमूल जैसी को-ऑप्रेटिव कम्पनी इनमें प्रमुख है।


 

Riya bawa

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