मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में 5.40 लाख बच्चों का हुआ अभिरुचि परीक्षण

Monday, Mar 12, 2018 - 08:46 AM (IST)

भोपाल: मध्यप्रदेश में इस वर्ष सरकारी स्कूल में पढऩे वाले 5 लाख 40 हजार 875 विद्यार्थियों का अभिरुचि परीक्षण किया गया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार यह अभिरुचि परीक्षण 8 हजार 152 सरकारी स्कूलों में किया गया। विद्यार्थियों ने अभिरुचि परीक्षण के लिये 88 हजार 506 मोबाइल सेट का उपयोग किया। स्कूल शिक्षा विभाग ने कक्षा दसवीं के बाद बच्चों में रुचि के अनुसार करियर बनाने के लिये अभिरुचि टेस्ट लिया है। 


इस परीक्षण के दौरान विद्यार्थियों ने एम.पी. करियर मित्र एप पर एक एक करके 140 प्रश्नों के संबंध में अपनी पसंद और नापसंद को जाहिर किया है। विद्यार्थियों से पढ़ाई के अलावा 7 क्षेत्रों में उनकी रुचि का परीक्षण किया गया, जिनमें वर्दीधारी सेवा क्षेत्र, कृषि, कला, ललित-कला, आरोग्य, जीव-विज्ञान और वाणिज्य क्षेत्र शामिल हैं। विद्यार्थियों की रुचि के अनुसार भविष्य की दिशा का निर्धारण किया जायेगा। इसके लिये स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है। 


अभिरुचि परीक्षण (इंटरेस्ट टेस्ट) का परिणाम एम.पी. कॅरियर मित्र की वेबसाइट पर विद्यार्थी दो अप्रैल को देख सकेंगे। विभाग इसकी प्रिंटेड कॉपी भी विद्यार्थियों को उपलब्ध करवायेगा। अभिरुचि के परिणाम के बाद विद्यार्थियों काएप्टीट्यूट टेस्ट होगा। इसकी तारीख विभाग द्वारा निश्चित की जायेगी। तीसरे चरण में जून माह में बच्चों की काउंसिलिंग की जायेगी। काउंसिलिंग का कार्य विद्यार्थियों की शाला में किया जायेगा। इस दौरान माता-पिता भी मौजूद रहेंगे। 


उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्कूल शिक्षा विभाग को सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों के कॅरियर निर्माण के संबंध में अभिरुचि परीक्षण कार्यक्रम करने के निर्देश दिये थे। इसके लिये स्कूल शिक्षा विभाग ने पुणे के श्यामची आई फाउण्डेशन के साथ 3 वर्ष का करार किया है। फाउण्डेशन यह कार्य कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के तहत नि:शुल्क रूप से कर रहा है। 

 

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