लॉजिस्टिक्स मैनेजर बन कमा सकते है लाखों

Tuesday, Apr 25, 2017 - 07:07 PM (IST)

नई दिल्ली : विभिन्न तरह के गुड्स को उसके कंज्यूमर तक सुरक्षित और शीघ्र पहुंचाने की व्यवस्था डिलीवरी से जुड़ी कंपनी के लॉजिस्टिक मैनेजर की होती है। ई-कॉमर्स कंपनियों के बढ़ते कारोबार के चलते लॉजिस्टिक्स में कॅरियर के नए-नए ऑप्शन सामने आ रहे हैं। इस बारे में डिटेल में जानिए। बीते कुछ वर्षों में ई-कॉमर्स कंपनियां भरपूर बिजनेस कर रही हैं। इस बिजनेस में लॉजिस्टिक कंपनियों की भूमिका नजरअंदाज नहीं की जा सकती। जबसे इंटरनेट के संसार में ई-कॉमर्स कंपनियों ने लोगों के बीच पैठ बनाई है, कई अन्य क्षेत्र भी रोजगार के लिए खुल गए हैं।

इनमें लॉजिस्टिक और डिलीवरी का क्षेत्र सबसे अहम है। भारत की विशाल आबादी और ई-कॉमर्स कंपनियों के तेज विकास के कारण यह क्षेत्र तीव्र विकास कर रहा है। अगर विभिन्न संसाधनों की आपूर्ति और वितरण की व्यवस्था सुव्यवस्थित तरीके से नहीं हो तो आर्थिक विकास का ढांचा अस्त-व्यस्त हो सकता है।
ऐसा न हो इसके लिए सही तरीके से और सही समय पर पिकअप और डिलीवरी की व्यवस्था जरूरी है। अभी भारत में लॉजिस्टिक इंडस्ट्री 130 अरब से ज्यादा की आंकी गई है। इसमें ग्रोथ भी जबर्दस्त है। कोई भी व्यक्ति, जो कम्युनिकेशन स्किल और मेहनत करने में यकीन रखता है, थोड़े प्रयासों से इस क्षेत्र में रोजगार हासिल कर सकता है।

क्षेत्र है विस्तृत
लॉजिस्टिक का क्षेत्र काफी विस्तृत है। इसके अंतर्गत प्रोफेशनल पैकेजिंग से लेकर सप्लाइ्र चेन मैनेजमेंट तक आता है। वेयर हाउसिंग सिस्टम, डिस्ट्ीब्यूशन सिस्टम भी इसके हिस्से हैं। यहां काम करने वाले प्रोफेशनल को इन सारे कार्यों की जानकारी होनी चाहिए। इसके अलावा लेबर मैनेजमेंट, कस्टमर को-ऑर्डिनेशन, पर्चेजिंग जैसे क्षेत्र भी लॉजिस्टिक के अंतर्गत आते हैं। एक कस्बाई इलाके से लेकर दुनिया भर के मेटेपॉलिटन शहरों में भी काम के अवसर हैं। देश-विदेश में इसके प्रोफेशनल्स की डिमांड है।

ई-शॉपिंग है मेन फैक्टर
बीते वर्ष में ई-कॉमर्स इंडस्ट्री में जैसा रिवॉल्यूशन आया, वह पहले कभी नहीं देखा गया था। अभी भी वह दौर जारी है। ऐसे में इसने युवाओं के लिए भी बेस्ट करियर ऑप्शन के रूप में काफी कम समय में पहचान बना ली है। भारत में तेज रफ्तार से इंटरनेट यूजर्स की संख्या बढ़ने से करीब 2.5 करोड़ लोग ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं। इस इंडस्ट्री का कारोबार आज 12 अरब डॉलर से ज्यादा का हो चुका है और साल 2020 तक इसके 75 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
मेट्रो सिटीज से लेकर सुदूर गांव तक इंटरनेट ने ई-कॉमर्स के मार्केट की आसान पहुंच बना दी है। अलीबाबा, ई-बे और अमेजन की तरह फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, जबॉन्ग, मिंत्रा, होमशॉप18 जैसी कई इंडियन ई-कॉमर्स कंपनियां करोड़ों-अरबों का बिजनेस कर रही हैं। स्टार्टअप्स भी अपने इनोवेशन के साथ ई-कॉमर्स का फायदा उठा रहे हैं। इससे न सिर्फ एंटरप्रेन्योरशिप, बल्कि मार्केटिंग, फाइनेंस, लॉजिस्टिक, वेयरहाउस, ग्राफिक्स के क्षेत्र में जॉब के नए अवसर पैदा हो रहे हैं।

कोर्स-एलिजिबिलिटीज
लॉजिस्टिक में छात्रों की शैक्षणिक योग्यता के आधार पर हर तरह का रोजगार उपलब्ध है। इसमंन कोर्स भी विविधता से भरे हैं। योग्यता के अनुरूप सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री स्तर के कोर्सेस मौजूद हैं। कई संस्थान एमबीए इन ऑपरेशंस एंड लॉजिस्टिक जैसे कोर्स संचालित करते हैं। अंडर ग्रेजुएट कोर्स तीन साल और पीजी डिप्लोमा कोर्स चार महीने से लेकर दो वर्ष तक का होता है। दसवीं के बाद भी कुछ संस्थान कोर्स करवाते हैं। एमबीए कोर्स दो साल का फुल टाइम कोर्स है। इसके लिए जरूरी है कि अभ्यर्थी स्नातक हो। ज्यादातर कोर्स डिस्टेंस एजुकेशन के जरिए कराए जाते हैं। सभी पाठ्यक्रमों में लॉजिस्टिक से संबंधित सभी पहलुओं की जानकारी दी जाती है।

नेचर ऑफ वर्क
एक लॉजिस्टिक मैनेजर का काम शुरू होता है किसी भी कारोबार, संगठन या व्यक्ति विशेष के लिए आवश्यक सामग्री या कच्चे माल की आपूर्ति से। कोई भी उत्पाद या सेवा या कच्चे माल की मांग और आपूर्ति में संतुलन बना रहे यह देखना और उपभोक्ता की संतुष्टि भी देखना उसका काम होता है। माल की सही डिलीवरी उसे सुनिश्चित करना होता है। उदाहरण के लिए भारत के आम, चीन के इलेक्ट्रिक सामान, इटली के ऑलिव ऑयल, अमेरिकन चॉकलेट, अरब के खजूर, जर्मनी की कारें या फिर अलग-अलग जगहों के स्पेशल आइटम्स अगर आज सरलता से हमारे स्टोर्स में उपलब्ध हैं तो इसके पीछे सबसे अहम रोल लॉजिस्टिक मैनेजर का ही होता है।

इनकम
एक लॉजिस्टिक मैनेजर की सैलरी कंपनी के आकार पर काफी निर्भर करती है। शुरुआत में 10 से 15 हजार सैलरी आसानी से मिल जाती है। कुछ अनुभव के बाद ही 20 से 50 हजाार सैलरी हो जाती है, जो आगे चलकर एक लाख प्रतिमाह तक हो सकती है।

प्रमुख संस्थान
एशियन काउंसिल ऑफ लॉजिस्टिक मैनेजमेंट, कोलकाता
इंस्टीट्यूट ऑफ लॉजिस्टिक्स एंड एविएशन मैनेजमेंट, नई दिल्ली
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मटेरियल मैनेजमेंट, नवी मुंबई
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी, इंदौर

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