''उद्योग एवं शिक्षा को जोड़ने पर बल दें''

Wednesday, Oct 31, 2018 - 10:31 AM (IST)

नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने शिक्षा और उद्योग को जोडऩे पर बल देते हुए इस गठजोड़ से सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में जोरदार इजाफा होना संभव है।  

 

प्रभु ने यहां उच्च शिक्षा और उद्योग के संबंधों पर आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जीडीपी में सेवा क्षेत्र की हिस्सेदारी दो तिहाई है जिसमें शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है। अगर उद्योग और शिक्षा का आपसी संबंध स्थापित कर दिया जाए तो जीडीपी में भारी वृद्धि दर्ज की जा सकती है।   उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा को उद्योगों के अनुरुप बनाने की दिशा में काम कर रही है और इसके बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं। सरकार जीडीपी में सेवा क्षेत्र का हिस्सा बढ़ाना चाहती है और इसके लिये उच्च शिक्षा पर ध्यान देना जरुरी है। इसके लिये विभिन्न उद्योग घरानों और विश्वविद्यालयों तथा शिक्षा संस्थानों के साथ बातचीत कर रही है।  केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में रोजगार के अवसरों का सृजन करना प्रमुख चुनौती है और सेवा क्षेत्र इसके समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा में सकता है।  

 

प्रभु ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 12 चैंपियन क्षेत्रों पर ध्यान देने का फैसला किया है। इसके अलग अलग मंत्रालयों को नामित किया गया है। चैंपियन क्षेत्र ऐसे क्षेत्र हैं जो जीडीपी में भारी इजाफा कर सकते हैं। इनके विकास के लिए 5000 करोड़ रुपए जारी कर दिये गये हैं। इन क्षेत्रों में सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यटन, परिवहन, लेखा, श्रव्य - दृश्य, विधि, शिक्षा और पर्यावरण शामिल हैं।  उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों को उद्योगों की चुनौतियों को ध्यान में रखना चाहिए और पाठ्यक्रम मे नयी प्रौद्योगिकी को शामिल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोजगार के अववर सृजित करने के लिये युवाओं को उद्योग की जरुरतों के अनुरुप शिक्षित तथा प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है।

pooja

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