नालंदा विवि की तरह ही नालंदा ओपन विश्वविद्यालय की ख्याति हो : नीतीश

Friday, Mar 01, 2019 - 07:02 PM (IST)

बिहार  : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में नालंदा ओपन विश्वविद्यालय के योगदान की सराहना करते हुए आज कहा कि उनकी कामना है कि नालंदा विश्वविद्यालय की तरह ही नालंदा ओपन विश्वविद्यालय की भी ख्याति हो। कुमार ने नालंदा जिले के सिलाव अंचल स्थित बडग़ांव में नालंदा ओपन विश्वविद्यालय, नालंदा के प्रस्तावित विभिन्न भवनों के निर्माण कार्य का शिलान्यास रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट का अनावरण कर किया। 

उन्होंने इस मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि नालंदा खुला विश्वविद्यालय के माध्यम से निजी और सरकारी सेवा में लगे लोगों के साथ ही शिक्षा में रुचि रखने वाले लोग  भी अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए यहां अपना नामांकन कराते हैं। ऐसे लोगों के लिए यहां विशेष सुविधा उपलब्ध है, इसलिए इस विश्वविद्यालय का काफी महत्व है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुमंडल स्तर पर सरकार ने डिग्री कॉलेज खोलने का निर्णय लिया है और 18 अनुमंडल ऐसे हैं, जहाँ डिग्री कॉलेज नहीं है, वहा. डिग्री कॉलेज स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। यह तय किया गया है कि नालंदा ओपन विश्वविद्यालय के माध्यम से वैसे सभी प्रखंडों में इस विश्वविद्यालय का अध्ययन केंद्र स्थापित किया जाएगा, जहां डिग्री कॉलेज नहीं है।

कुमार ने कहा, ‘‘32 सालों बाद यहां नालंदा खुला विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी गयी, इसकी मुझे बेहद खुशी है। नालंदा खुला विश्वविद्यालय बनाने को लेकर वर्ष 1987 में ही अध्यादेश जारी किया गया था। उस समय से आज तक यह विश्वविद्यालय पटना के बिस्कोमान भवन में किराए पर चल रहा है, जिससे वर्तमान में करीब डेढ़ लाख विद्यार्थी जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. आर. के. सिन्हा को ‘डॉलफिन सिन्हा’ के नाम से भी जाना जाता है। इन्होंने गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए काफी अभियान चलाया है। इन्हीं के सुझाव और मेरे प्रस्ताव पर डॉलफिन को राष्ट्रीय जल पशु घोषित किया गया इसलिए मुझे पूरा भरोसा है कि वे नालंदा ओपन विश्वविद्यालय को भी अच्छे ढंग से चलाएंगे।’’ 

नालंदा ओपन  विश्वविद्यालय को एन.एम.ई.आई.सी.टी.एक जिगाबाइट की मेमोरी से जोड़ा गया है। यह विश्वविद्यालय तेज गति से चलने वाले इंटरनेट से जुड़ गया है। कुमार ने कहा कि नालंदा ओपन  विश्वविद्यालय के लिए और भी जमीन की आवश्यकता होगी तो राज्य सरकार मुहैया कराएगी। अब तक इस विश्वविद्यालय को राज्य सरकार से किसी अनुदान की जरूरत नहीं पड़ी है। विश्वविद्यालय की जमीन और भवन के लिए हमलोगों ने पैसे दिये हैं और जब भवन बनकर तैयार हो जाएगा तो उसका रखरखाव करना आवश्यक होगा। इसके लिए राज्य सरकार प्रतिवर्ष अनुदान सुनिश्चित कर देगी, जिसके ब्याज से आप काम करते रहेंगे ताकि नालंदा विश्वविद्यालय की तरह ही नालंदाओपन  विश्वविद्यालय की ख्याति हो। 

bharti

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