स्नातकों के लिए जीवन कौशल कार्यक्रम शुरू: UGC

Monday, Oct 14, 2019 - 10:41 AM (IST)

नई दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने हाल ही में देशभर में स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए पाठ्यक्रम में जीवन कौशल नामक कार्यक्रम की शुरुआत की है। कार्यक्रम 8 महत्वपूर्ण बिंदुओं को कवर किया गया है। इन्हें किसी भी सेमेस्अर में समायोजित किया जा सकता है। इसका उद्देश्य छात्रों में भावनात्मक और बौद्धिक क्षमताओं को विकिसत करना है। 

मौखिक एवं गैर मौखिक संचार कौशल को विकसित करना है। सोशल मीडिया की नैतिकता और शिष्टाचार,गूगल का बेहतर उपयोग कैसे करे,योग-प्राणायाम एवं फिर से लेखन शुरू करना, जैसे विषय यूजीसी के इस कार्यकम का हिस्सा है। यूजीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि आज जब सोशल मीडिया वेबसाइटें लोगों से संपर्क बनाने व उनसे जुडऩे का एक अच्छा माध्यम हैं लेकिन छात्रों को इनके फायदे और नुकसान का पता होना चाहिए।

आज जब हम लेखन कौशल और संचार कौशल के बारे में बात करते हैं, तो हम सोशल मीडिया पर लेखन को नजरअंदाज नहीं कर सकते। सोशल मीडिया के कुछ नैतिक मानदंड और शिष्टाचार होना चाहिए और पाठ्यक्रम उन्हें वही सिखाएगा। गूगल सर्च का बेहतर उपयोग कैसे करें, इसके लिए भी एक मॉड्यूल तैयार किया गया है। 

प्राय: छात्रों को पता नहीं होता है कि सीवी, रिज्यूमे और बायोडेटा के बीच क्या अंतर होता है। एक अच्छा रिज्यूमे लिखना भी जीवन का एक कौशल ही है, जिसे प्रत्येक छात्र को पेशेवर दुनिया में प्रवेश करने से पहले सीखना चाहिए। अगर शिक्षार्थी प्यार और करुणा को आचरण में लाना सीखते हैं तो उन्हें क्या लाभ होगा और यदि वे ये नहीं सीखते हैं तो वे क्या गंवा देंगे, ये चीजें उन्हें पता होना चाहिए। 

Riya bawa

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