शैक्षिक नेताओं को शिक्षा प्रणाली की नई रूपरेखा तैयार करने पर जोर देना चाहिए: सुनैना

punjabkesari.in Thursday, Dec 20, 2018 - 04:32 PM (IST)

नई दिल्ली: नालंदा विश्वविद्यालय की कुलपति सुनैना सिंह ने बुधवार को कहा कि देश में शैक्षिक नेताओं को मौजूदा शिक्षा प्रणाली की नई रूपरेखा तैयार करने पर विचार करने की जरुरत है। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) की अध्यक्ष सिंह ने यहां ‘कांफ्रेंस ऑन सॉफ्ट पावर’ के दौरान एक सत्र में यह टिप्पणी की।   


उन्होंने कहा, ‘‘दशकों से जब भी शिक्षा क्षेत्र की बात आती है तो हमें विश्व गुरू कहा जाता है और चूंकि मैं नालंदा में बैठती हूं तो मैं सोचती हूं कि क्या भारत ने हमारे शैक्षिक नेताओं के साथ न्याय किया। अब समय आ गया है कि वे देश में शिक्षा तथा शिक्षा प्रणाली की नई रूपरेखा तैयार करने की जरुरत पर विचार करें।’’   

उन्होंने कहा, ‘‘हम इस बात से सहमत है कि पिछले कुछ वर्षों में भारतीय शिक्षा प्रणाली बदली है लेकिन हमें यह भी जानने की जरुरत है कि व्यवस्था में कुछ तो है जिसे वापस हासिल किया जा सकता है तथा प्राचीन ज्ञान एवं परंपराओं को बनाए रखा जा सकता है जो अब विश्वविद्यालयों में दिखाई नहीं देती।’’  सेंटर फॉर इंडियन स्टडीज एट इंस्टीट्यूट ऑफ ओरिएंटल स्टडीज, रूस के प्रमुख तातियाना शॉम्यन ने कहा, ‘‘पूर्व सोवियत काल से लेकर अब तक स्थिति काफी बदली है। यहां पहले कई भारतीय छात्र हुआ करते थे लेकिन दुर्भाग्य से सोवियत काल के बाद चीजें ऐसी नहीं रहीं।’’ 


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pooja

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