जॉब के लिए हां करते समय ध्यान रखें यह बातें
punjabkesari.in Wednesday, Apr 19, 2017 - 01:33 PM (IST)

नई दिल्ली : नई नौकरी शुरू करना कोई आसान काम नहीं है। न ही ये वो काम है कि एक ही बार करना है। ऐसे में किसी भी नई नौकरी के ऑफर को हां करने से पहले सोच विचार करने के बाद ही किसी जॉब के लिए हां करना चाहिए।आज हम आपको बता रहे है एेसी ही कुछ बातों के बारे में जिनको ध्यान में रखकर ही आपको किसी जॉब को ध्यान में रखना चाहिए
छुट्टियों के बारे में साफ बातचीत
अपने इंप्लॉयर से बातचीत के बीच ही साफ कर लेना चाहिए कि उससे उसे क्या फायदे मिलेंगे। सैलरी हाइक से लेकर छुट्टियों के हिसाब किताब तक। अगर ऐसा नहीं किया तो आगे दिक्कतें आ सकती हैं।
काम के समय को लेकर लचीलापन
आपको पता है कि आप किस समय में ज्यादा बेहतर काम कर पाते हैं। आपको पता है कि आप सुबह ज्यादा काम कर सकते हैं या रात में। ऐसे में अपने काम के बेहतर समय को भी साझा करें। अगर ऑफिस टाइमिंग फ्लेक्सिबल है, तो बेहतर है। पता चले कि आप सुबह काम कर सकने में सक्षम हैं, पर आपकी ड्यूटी शाम के समय लगा दी जाए, जब आप थके हारे हों। ऐसे में आप मानसिक और शारीरिक दोनों ही तरह से परेशान हो सकते हैं।
पद में बढ़ोतरी
किसी पुरानी नौकरी को छोड़कर नई नौकरी ज्वॉइन करते समय पद में बढ़ोतरी की बातें जरूर करें। ताकि और ज्यादा बेहतर तरीके से आप काम कर सकें।
ट्रांसपोर्ट अलाउंस
आप ऑफिस आने के समय या ऑफिस के काम से बाहर जा रहे हैं, तो खर्च कौन देगा। इस बात का साफ उल्लेख ऑफर लेटर में होना चाहिए। वर्ना ऑफिस के काम के लिए पैसे जेब से लगाने पड़ जाएंगे।
नोटिस/सेटलमेंट
अगर पहली नौकरी ज्वॉइन कर रहे हैं, तो सबकुछ सीख जाएंगे। पर अनुभव के साथ कहीं जा रहे हैं तो ऑफर लेटर में नोटिस पीरियड की बात पर ध्यान जरुर दें। कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट कभी भी खत्म करने की बात होगी, तो खतरा है। हमेशा ये बात लेकर चलें कि कंपनी को आपको हटाना है तो उसे नोटिस देना होगा। कुछ सप्ताह का समय मिलेगा, ताकि आप नई नौकरी ढूंढ सकें।
ऑफिस
नई नौकरी ज्वॉइन करने से पहले देख लें कि आपको किस ऑफिस में बैठना है। कहीं ऐसा न हो कि आप अहमदाबाद के लिए अप्लाई कर रहे हों, और आपको राजकोट भेज दिया जाए। ऐसे में ऑफिस स्पेस के बारे में पहले ही क्लियर कर लें।
ट्रेनिंग/ट्यूशन फी
ऑफर लेटर प्राप्त करने से पहले इस बात पर चर्चा कर लें कि नई तरह की ट्रेनिंग या ट्यूशन पर आने वाले खर्च को कंपनी उठाएगी। वर्ना ज्यादा नुकसान भी हो सकता है। बहरहाल, आखिर मे सैलरी को लेकर तो चर्चा करें ही, क्योंकि अंतिम सत्य वही है।