शिक्षा विभाग ने दो वर्ष नौकरी कर चुके 123 अध्यापकों की सेवाएं की समाप्त

Friday, Jan 11, 2019 - 05:29 PM (IST)

अमृतसर  (दलजीत): शिक्षा विभाग ने ई.टी.टी. अध्यापक के तौर पर सेवाएं निभा रहे 123 अध्यापकों की सेवाओं को समाप्त कर दिया है। विभाग द्वारा यह फैसला अध्यापक परीक्षा योग्यता (टी.ई.टी.) टैस्ट की मैरिट में संशोधन होने के कारण लिया गया है। विभाग ने इस संबंधी राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भी जारी कर दिया है। विभाग के इस फैसले से 2 वर्ष 2 माह के करीब नौकरी करने वाले अब बेरोजगार हुए अध्यापकों के मनो को गहरी ठेस पहुंची। 

    जानकारी अनुसार शिक्षा विभाग द्वारा वर्ष 2016 में 4500 तथा 2005 ई.टी.टी. अध्यापकों की भर्ती की गई थी। विभाग की इस भर्ती को कुछ बेरोजगार ने माननीय पंजाब तथा हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। हाईकोर्ट द्वारा बेरोजगारों के हक  में फैसला देते हुए टी.ई.टी. के परिणाम में दौबारा संशोधन करने के विभाग को निर्देश दिए। जिसके उपरांत मैरिट ऊथल पूथल हो गई। जिन बेरोजगारों को नौकरी नहीं मिली थी वह भी इस मैरिट में ऊपर आ गए। जिसके बाद 162 अध्यापकों की नौकरी पर खतरे के बादल छा गए। विभाग द्वारा दौबारा काऊंसङ्क्षलग करने पर सामने आया कि 39 के करीब अध्यापक वह है जिनकी मैरिट संशोधित होने के बाद भी ऊपर ही रही है। विभाग ने इस उपरांत 123 अध्यापकों की सेवाएं खत्म कर दी है। नौकरी गवा चुके अध्यापकों ने विभाग में दो वर्ष का पर्ख काल समय पूरा कर लिया था तथा अक्तूबर व नवम्बर में उनकी सेवाएं रैगुलर होनी थी परन्तु विभाग के फैसले ने उनकी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। बेरोजगार हुए अध्यापकों ने कहा कि आज उनकी नौकरी शिक्षा विभाग के कारण ही गई है यदि विभाग ने समय पर टी.ई.टी. परीक्षा में आ रही खामियों को दूर किया होता तो आज वह भी नौकरी में बरकरार रहते। नौकरी के कारण ही उनके रिश्ते अच्छे घरों में हुए थे अब नौकरी जाने के कारण उनके दिलों को काफी ठेस पहुंची। 

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