रिज्यूम में की गई इन गलतियों के कारण मिलने से पहले ही चली जाएगी नौकरी

Sunday, Sep 10, 2017 - 11:48 AM (IST)

नई दिल्ली : जब भी हम किसी जगह इंटरव्यू के लिए जाते है तो हमारा रिज्यूम ही हमारी पहचान होता है। रिज्यूम से ही किसी व्यक्ति के बारे में बहुत सारी चीजों की जानकारी मिल जाती है। किसी भी जॉब को पाने में रिज्यूम का अहम रोल होता है। आमतौर पर एक हायरिंग मैनेजर किसी रिज्यूम को देखने के लिए औसतन 6 सैकेंड का समय लगाता है और इन 6 सैकेंड में वह यह तय कर लेता है कि कौन सा व्यक्ति उस पद के लिए ठीक कैडिडेंट है या नहीं। लेकिन कई बार लोग रिज्यूम बनाते समय छोटी छोटी गलतियां करते है इसलिए इन गलतियों से बचना चाहिए 

रिज्‍यूमे में तब तक तस्‍वीर ना लगाएं जब तक कि आवश्‍यक ना हो या आपसे तस्‍वीर ना मांगी गई हो। 

कभी भी सीवी को हाथ से ना लिखें।कंप्‍यूटर पर सीवी बनाकर उसके कई प्रिंटआउट लेना ज्‍यादा बेहतर है।

सीवी बनाने के बाद एक बार उसे क्रॉसचैक कर लें। सुनिश्चित कर लें कि ग्रामर या स्‍पेलिंग की गलतियां ना हों। 

याद रखें कि सीवी में हर जानकारी देना आवश्‍यक नहीं है। इसलिए दो पेज से लंबा सीवी ना बनाएं।

हॉबीज आदि के सेक्‍शन देना अनिवार्य नहीं है। इसलिए ऐसे सेक्‍शंस को काटकर सीवी को छोटा कर सकते हैं।

कभी भी अपने रिज्यूम को रेनबो ना बनाएं। हर लाइन को अलग रंग से ना रंगे। जहां आवश्‍यक हो वहां ही हाइलाइट करने के लिए रंगों का प्रयोग करें।

सबको पता है कि यह आपका रिज्यूम है। इसलिए टॉप पर रिज्यूम  या सीवी ना लिखें।

किसी बात को डिटेल में बताने से बचें। प्‍वाइंट्स में लिखें। लंबे पैराग्राफ लिखने से बचें।

टेक्निकल टर्म्‍स का प्रयोग ना करें। अपनी बात को साफ सुथरे और छोटे वाक्‍यों में लिखें। इसी तरह ए‍ब्रीवेशंस और मुहावरों का प्रयोग भी ना करें।

रिज्‍यूमे में फोंट साइज ना तो बहुत छोटा और ना ही बहुत बड़ा होना चाहिए।आइडल फोंट साइज 14 या 16 माना जाता है।

जब भी आप अपना  रिज्यूम किसी को भेजें तो एक कवर लेटर साथ में जरूर होना चाहिए। जिसमें मेंशन होना चाहिए कि आप किस जॉब के लिए दावेदारी रख रहे हैं और आप उस पोस्‍ट के लिए सही उम्‍मीदवार क्‍यों हैं।

 

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