जेएनयू छात्र संगठन का प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन

Thursday, Oct 24, 2019 - 10:26 AM (IST)

नई दिल्ली: जेएनयू प्रशासन इस हफ्ते लगातार नए फैसलों की एक श्रंखला बनाकर विवि. परिसर में एक अभूतपूर्व स्थिति बना रहा है। जिसका मकसद है कि विवि. के चरित्र को समावेशी, लोकतांत्रिक और उदारवादी स्थान से हटाकर दक्षिणपंथी शासन के सत्तावादी रवैये के रूप में बदलना है। विवि. के स्वच्छता कर्मचारियों को हड़ताल करते हुए बुधवार को दूसरा दिन है इन्हें कांट्रैक्ट पर रखा गया जिस कंपनी ने इन्हें अनुबंधित किया न ही वो और न ही प्रशासन इन्हें दिवाली बोनस देना चाहता है। जिसके वे हकदार हैं। 

बुधवार को जेएनयू छात्र संगठन ने श्रमिकों की हड़ताल का समर्थन करते हुए यह बात कही। छात्र संगठन ने कहा कि हम मांग करते हैं कि इन सफाई कर्मचारियों को अतिरिक्त काम का पैसा और दिवाली बोनस दिया जाए। जेएनयूएसयू ने कहा कि एसआईएस डीन ने मंगलवार को एसआईएस-1 और 2 को शाम 6 बजे के बाद बंद करने का आदेश दिया है इस फैसले से छात्रों के शैक्षणिक प्रयासों को नुकसान हुआ है। 

छात्रों के आगे झुका जामिया प्रशासन
छात्रों के द्वारा प्रदर्शन खत्म कर दिया गया। छात्रों का कहना कि हमारी सात मांगे थी लेकिन प्रशासन ने हमारी चार मांगे मान ली है। वहीं छात्रों के द्वारा जेएमआई परिसर में विक्ट्री मार्च निकाला गया। वहीं प्रशासन का कहना है कि प्रदर्शनकारी छात्रों की चार मांगें मान ली गई हैं। जिन छात्रों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। उन पर अब कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी और इजरायल का कोई भी प्रतिनिधि जब जामिया के किसी भी इवेंट में शामिल नहीं होगा साथ ही प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ मंगलवार को कुछ छात्रों के द्वारा मार-पिटाई की गई थी। 

उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ज्ञात हो कि 5 अक्तूूबर को विश्वविद्यालय इवेंट में इजरायल के प्रतिनिधि के भाग लेने पर छात्रों के द्वारा विरोध किया गया था। जिसे लेकर 5 छात्रों को कारण नोटिस भेजा गया था। जिसको लेकर छात्र लगातार 10 दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे। मांग मानते ही छात्रों ने अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया। वहीं विश्वविद्यालय के वार्षिक दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आने वाले है। जिसको लेकर परिसर में शांति कायम किया जा रहा है। 

Riya bawa

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