जियो इंस्टीट्यूट उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा नहीं :जावड़ेकर

Thursday, Jul 26, 2018 - 04:14 PM (IST)

नई दिल्ली : सरकार ने आज राज्यसभा में स्पष्ट किया कि जियो इंस्टीट्यूट को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा नहीं दिया गया है और उसे सिर्फ‘सहमति पत्र’किया गया है जिसमें तीन वर्षाें में इसे एक उत्कृष्ट संस्थान सह मानद विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित करने की बात कही गयी है। मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा जियो इंस्टीट्यूट को सिर्फ सहमति पत्र जारी किया गया है।  तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने यह पूछा था कि क्या जियो इंस्टीट्यूट को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा दिया गया है। इस पर सिर्फ‘येस या नो’में जबाव दिया जाना चाहिए। इस पर जावड़ेकर ने कहा‘‘नो‘‘।

इससे पहले केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सितंबर 2017 में मौजूदा सरकारी और निजी संस्थानों से नये उत्कृष्ट संस्थान मानद विश्वविद्यालय स्थापित किये जाने के लिए आवेदन आमंत्रित किये थे। इस पर सरकारी क्षेत्र के 74, निजी क्षेत्र के 40 और ग्रीनफील्ड परियोजनाओं के लिए 11 आवेदन प्राप्त हुये थे। इस तरह कुल 114 आवेदन प्राप्त हुये। गत 09 जुलाई को तीन सरकारी संस्थानों भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा दिया गया।  उन्होंने कहा कि तीन संस्थाओं को इसके लिए सहमति पत्र जारी करने की सिफारिश की गयी है जिनमें बिरला प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान पिलानी, मणिपाल उच्चतर शिक्षा अकादमी दिल्ली के साथ ही ग्रीनफील्ड श्रेणी में जियो इंस्टीट्यूट शामिल है।जियो इंस्टीट्यूट को सहमति पत्र जारी किये जाने के तीन वर्षाें के भीतर एक उत्कृष्ट संस्थान मानद विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित किया जायेगा। 

bharti

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