UPSC Topper जतिन किशोर ने परीक्षा में दूसरी रैंक की हासिल, जानें सफलता का राज
punjabkesari.in Wednesday, Aug 05, 2020 - 11:10 AM (IST)

नई दिल्ली- संघ लोक सेवा आयोग की ओर से सिविल सेवा परीक्षा 2019 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है। इस बार परीक्षा में कुल 829 उम्मीदवार सफल हुए है। बता दें कि इस बार यूपीएससी 2019 की परीक्षा हरियाणा के प्रदीप सिंह ने ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल किया, वहीं जतिन किशोर ने दूसरी रैंक हासिल की है।जतिन ने कहा कि वह नाकामी के बावजूद प्रयास करते रहने से कामयाबी पाने में सफल रहे। अाइए जानते है जतिन किशोर की सफलता का मंत्र ----
सफलता का मंत्र ----
# जतिन ने कहा कि कुछ बुनियादी किताबें हैं, जो सभी पढ़ते हैं और उन पर फोकस रखना जरूरी है।
# यूपीएससी के भावी परीक्षार्थियों के लिए कहा, ''परीक्षार्थियों को कंटेट पर अधिक फोकस करना होगा तभी सफलता प्राप्त होगी ''.
#जतिन का दूसरा प्रयास रहा जो उन्होंने '' इंडियन इकोनॉमिक सर्विस '' की ट्रेनिंग में रहते हुए ये अटेम्पट दिया और 2018 में यूपीएससी द्वारा आयोजित '' इंडियन इकोनॉमिक सर्विस '' यानी ' IES ' की परीक्षा में रैंक 1 हासिल किया था।
#अब वह फिलहाल ' मिनिस्ट्री ऑफ रूरल डेवलपमेंट ' में अस्सिटेंट डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। आपको बताते चलें कि जतिन ने अपना ग्रेजुएशन और पोस्ट-ग्रेजुएशन दोंनो ही इकोनॉमिक्स विषय में किया है। जतिन ने डीयू के सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक और दिल्ली स्कूल ऑफ अर्थशास्त्र से परास्नातक हैं।
#जतिन ने कहा, ‘मैं यह कहना चाहता हूं कि यह बड़ी और खर्चीली परीक्षा है, इसलिए यदि किसी को सफलता नहीं मिलती तो उसे निराश नहीं होना चाहिए। खराब सबको लगता है। मुझे भी लगा था, जब मेरा चयन नहीं हुआ था। मगर प्रयास नहीं छोड़ना चाहिए।
सफलता का श्रेय
जतिन के पिता ललित किशोर आयकर विभाग में हैं और माता शिक्षिका हैं। जतिन का कहना है कि उन्हें साइंस फिक्शन देखना और किताबें पढ़ना पसंद है। वह सफलता का श्रेय परिवार, गुरु और दोस्त सबको देते हैं। गौरतलब है कि यूपीएससी हर साल परीक्षा आयोजित कराता है। इस बार 31 मई को होने वाली परीक्षा कोविड-19 के कारण 4 अक्टूबर तक स्थगित कर दी गई है।