जामिया के छात्रों ने किया CAB के खिलाफ प्रदर्शन

Saturday, Dec 14, 2019 - 12:48 PM (IST)

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों ने मार्च निकाला लेकिन मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने इस मार्च को यूनिवर्सिटी के गेट पर रोक दिया। इस बात से गुस्साए छात्रों ने पुलिस का विरोध किया और उनकी बेरिकेडिंग को तोड़ा, जिसके चलते पुलिस ने भी बल प्रयोग किया। पुलिस ने छात्रों के मार्च को रोकने के लिए पहले लाठीचार्ज किया और मौके पर आंसूगैस के गोले भी छोड़े। बताया जाता है कि इस घटना के दौरान 15 छात्रों को गंभीर चोटें आई, वहीं करीब 30 से अधिक छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया। 

जामिया के छात्र नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में विश्वविद्यालय से संसद भवन तक मार्च निकालना चाहते थे,लेकिन पुलिस ने मामले की संवेदनशीलता के चलते इस मार्च पर पांबदी लगा दी। लेकिन छात्र अपनी जिद पर अड़ गए जिसके कारण पुलिस और छात्रों के बीच झड़प हुई। देखते ही देखते हालात बेकाबू हो गए और प्रदर्शन में हुई हिंसा में दर्जनभर से ज्यादा छात्र घायल हो गए। कई छात्रों को हिरासत में लिया गया है। इस दौरान पुलिस द्वारा बीस से तीन राउंड आंसू गैस के गोले चलाए और लाठीचार्ज भी किया। छात्रों द्वारा भी पथराव किया गया। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि इस प्रदर्शन में बाहरी लोगों के शामिल होने के चलते ये हालात बने। 

नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ जामिया छात्रों ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय परिसर से संसद तक मार्च का आह्वान किया था। पुलिस ने बीच में ही इसे रोक दिया। इस दौरान दोनों के बीच हिंसक झड़प हुई। पुलिसकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। पुलिस ने इस दौरान सड़कों को बंद कर दिया और छात्रों को बैरिकेड फांदते देखा गया। हिंसक झड़प के बाद छात्र विश्वविद्यालय परिसर में अंदर चले गए। साथ ही विश्वविद्यालय के गेट को भी बंद कर दिया गया। 

Riya bawa

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