''स्कूलों में धार्मिक ग्रंथ पढ़ाना अच्छी बात, इसका विरोध ठीक नहीं''

Tuesday, Oct 23, 2018 - 01:15 PM (IST)

जम्मू कश्मीर: प्रशासन की ओर से स्कूलों में उर्दू में गीता और रामायण बांटे जाने को लेकर लगातार विरोध उठ रहा है। पर गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। हालांकि अहीर ने इतना जरूर कहा कि अगर किसी धर्म का ग्रंथ स्कूलों में पढ़ाया जाता है, तो इससे लोगों का ज्ञान बढ़ेगा और लोगों को इसका सम्मान करना चाहिए।

मीडिया से अहीर ने कहा, 'मैं यह बात कह सकता हूं हमने पवित्र कुरान को मराठी में देखा है, हिंदी में देखा है। इसका अर्थ है कि सभी लोग उसको पढ़ें और समझें। ग्रंथों का विरोध ठीक नहीं है। गीता हो, रामायण हो, पवित्र कुरान हो या गौतम बुद्ध का बौद्ध धर्म ग्रंथ हो, अलग अलग भाषा में होने चाहिए. इसका विरोध मुझे ठीक नहीं लगा।'

pooja

Advertising