इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में मिलेगा आपको पसंद का पेशा चुनने का मौका

Thursday, Oct 11, 2018 - 02:05 PM (IST)

नई दिल्लीः इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग का क्षेत्र कई मायनों में मैकेनिकल इंजीनियरिंग या सिविल इंजीनियरिंग के क्षेत्र से मिलता-जुलता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इंजीनियरिंग की इस शाखा का दायरा काफी बड़ा है। छात्र इस क्षेत्र में बीटेक के अलावा आईटीआई से संबंधित ट्रेड में डिप्लोमा करके भी प्रवेश कर सकते हैं।  इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग के छात्रों को देश के औद्योगिक प्रतिष्ठान अनेक पदों पर नियुक्त करते हैं। मसलन, इंडस्ट्रियल सेफ्टी इंचार्ज, इंडस्ट्रियल सिस्टम्स इंजीनियर, इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन मैनेजर, इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग टेक्नीशियन इत्यादि। इन्हें किसी उद्योग के लॉजिस्टिक्स, सप्लाई चेन व मैन्युफैक्चरिंग जैसे विभागों में मौके मिलते हैं।

हम अपने आस-पास जो भी सामान या सेवाएं देखते हैं, फिर वह चाहे कार, मोबाइल, घड़ियां बनाना हो, सभी में इस ट्रेड के पेशेवरों का योगदान होता है। इसका मतलब यह नहीं कि यहां सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी नौकरियां ही हैं। पेशेवर अपने स्किल को बढ़ाते हुए कंसल्टेंट, एनालिस्ट जैसी जिम्मेदारियां भी संभाल सकते हैं। 

 

इस ट्रेड की खास बात यह है कि इसमें कुशल युवाओं को व्यवसाय या गैर-तकनीकी क्षेत्रों में भी भरपूर नौकरियों के अवसर मिलते हैं। यहां इंजीनियरिंग के दूसरे ट्रेड्स के मुकाबले पेशेवरों को भारी-भरकम प्रोग्रामिंग नहीं करनी पड़ती है। बावजूद इसके ‘एयरवॉच', ‘ओम पार्टनर्स' जैसी कई सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी कंपनियां हैं, जो इंडस्ट्रियल इंजीनियर्स को मौके देती हैं।

कई तरह के कोर्सेज हैं मौजूद अगर व्यवसाय और तकनीक आपकी रुचि में शामिल हैं तो 12वीं विज्ञान (पीसीएम) विषय से करने के बाद इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग के चार वर्षीय बीटेक पाठ्यक्रमों में प्रवेश ले सकते हैं। इस क्षेत्र में विशेष ब्रांच के
तौर पर बीई व बीटेक इन इंडस्ट्रियल एंड प्रोडक्शन इंजीनियरिंग कोर्सेज में प्रवेश मिलेगा। प्रवेश का तरीका किसी भी अन्य बीटेक पाठ्यक्रम में प्रवेश की तरह है।

 

अपनी पसंद का चुनें पेशा इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग के जानकारों की जरूरत एक दो नहीं, बल्कि अनगिनत कामों में पड़ती है। हो सकता है आप 10 से 6 वाली कंप्यूटर जॉब करें या फिर जमीनी स्तर पर पहुंच कर आपको काम करना पड़े। आप
कोई उपकरण डिजाइन कर रहे हों या फिर आपको किसी प्रोडक्ट पर शोध का काम दिया जाए। सबकुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि आप किस तरह की इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग की नौकरी को पसंद करते हैं। अगर आप ऑयल एंड गैस इंडस्ट्री में काम करेंगे तो आपको मशीन, टूल्स और पूरे इंडस्ट्रियल सिस्टम के साथ काम करना पड़ेगा। 

कुछ प्रमुख संस्थान 
- मौलाना आजाद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पटना।
- भाभा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, गया।
- स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, शारदा यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा।
- देहारादून इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, देहरादून।
- उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी, देहरादून।
- मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, इलाहाबाद।
- कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी, पटना।
- इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट।

Sonia Goswami

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