भारत से अपने डिप्लोमा पाठ्यक्रमों की मान्यता चाहता है इस्राइल

Tuesday, Apr 25, 2017 - 11:50 AM (IST)

नई दिल्ली : इस्राइल के लिए भारतीय सरकार से अपने डिप्लोमा पाठ्यक्रमों को मान्यता दिलाना शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है और वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस्राइल की यात्रा के मद्देनजर शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न समझौतों की संभावनाएं तलाश रहा है।  यहू  देश मानव संसाधन विकास :एचआरडी: मंत्रालय के साथ करीबी संपर्क में है और विभिन्न विचारों पर काम कर रहा है जिन पर इस वर्ष जुलाई में मोदी की संभावित यात्रा के दौरान औपचारिक तौर पर बातचीत की जा सकती है। भारत में इस्राइल के राजदूत डेनियल कारमन ने एक साक्षात्कार में पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘केवल रक्षा ही वह क्षेत्र नहीं है जो भारत-इस्राइल संबंधों को परिभाषित करता है। हम एचआरडी मंत्रालय के करीबी संपर्क में है, कुछ विचार हैं। विदेशी छात्रों के आवागमन और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों की मान्यता पर बातचीत की जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि इस्राइल के कई नागरिक प्रवासी हैं।

मोदी की यात्रा किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली इस्राइल यात्रा होगी, जो दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 25 वर्ष पूरे होने के मौके पर हो रही है।  कारमन ने कहा, ‘‘शिक्षा के क्षेत्र में उच्च स्कूली शिक्षा नहीं बल्कि कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की शिक्षा हमारे संयुक्त एजेंडे पर है।’’  इस्राइली राष्ट्रपति रूवन रिवलिन की आठ दिन की भारत यात्रा के दौरान गत वर्ष नवंबर में भारत और इस्राइल के शैक्षिक संस्थानों के बीच कम से कम 15 अनुबंध पत्रों पर हस्ताक्षर किए गए थे।  

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