वोकेशनल कोर्स की बढ़ी मांग, पुराने कोर्स हैं सबकी पसंद

Wednesday, Jul 04, 2018 - 12:10 PM (IST)

नई दिल्ली: मंगलवार को दाखिला लेने वाले छात्रों की अच्छी खासी भीड़ दिखी। हालांकि दर्जनों छात्र ऐसे भी पहुंचे जो दाखिला निरस्त करवाना चाहते थे। सर्वर डाउन के चलते छात्रों को दुसरे दिन भी शुरूआती घंटों में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

गौर करने वाली यह बात है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में जिन वोकेशनल कोर्सों में कटौती की थी, उन पर स्टूडेंट्स का अच्छा रिस्पॉन्स देखा जा रहा है। यूनिवर्सिटी में वोकेशनल कोर्सों का हब है कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज। इस बार यहां सात वोकेशनल कोर्सो के लिए कटऑफ 85% से 91% तक रही है, जबकि पिछले साल यह 86% से 91.5% के बीच थी। 

सबकी पंसद है वोकेशनल कोर्स
कॉलेज में बीए (वोकेशनल) के सात कोर्स हैं, कुल मिलाकर करीब 550 सीटें हैं। इस बार इसका स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज पहली ही लिस्ट में 86% पर ही भर गया। वहीं, दूसरी लिस्ट में ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, मैनेजमेंट एंड मार्केटिंग ऑफ इंश्योरेंस, मार्केटिंग मैनेजमेंट एंड रिटेल बिजनेस, मटीरियल मैनेजमेंट में जनरल कैटिगरी में अच्छी तादाद में ऐडमिशन हुए और सभी कोर्स तीसरी लिस्ट में बंद हो गए। कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज के प्रिंसिपल डॉ. इंद्रजीत डागर कहते हैं, पिछले साल भी हमने कटऑफ .5% से 2% तक घटाई, क्योंकि पहली कटऑफ काफी हाई रखने की वजह से हमें स्टूडेंट्स नहीं मिल रहे थे। पिछले कुछ सालों का ट्रेंड देखते हुए इस बार कटऑफ वाजिफ रखी, ताकि स्टूडेंट्स को हर कटऑफ में चांस मिलें और पांच कटऑफ में हमारी सारी सीटें भर जाएं। हालांकि, सभी स्टूडेंट्स को जुलाई तक अलर्ट रहना होगा क्योंकि अगर ऐडमिशन कैंसल होने पर पांच कटऑफ के दौरान सीटें बचती हैं, तो हम नोटिफिकेशन देंगे। 

pooja

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