कोरोनावायरस से बचने के लिए IIT Delhi ने बनाई 300 ग्राम की PPE, 3 बार हो सकेगी यूज

Wednesday, May 20, 2020 - 09:42 AM (IST)

नई दिल्ली: देशभर में कोरोना वायरस के कारण मामले बढ़ते जा रहे है जिसकी वजह से लॉक डाउन भी 31 मई तक बढ़ा दिया गया है। आज के समय में दुनिया में लाखों लोगों की मौत हो गई है। इस बीच आईआईटी दिल्ली के डिपार्टमेंट ऑफ टेक्सटाइल एंड फाइबर इंजीनियरिंग हाईफंक्शनल और स्पेश‍ल टेक्सटाइल से तैयार देश के हित में व्यवसायि‍क उत्पाद बनाने में जुटा है। 

इस विभाग ने कोरोना संक्रमण काल में नई तकनीक से युक्त पीपीई कवर ऑल (बॉडी सूट और शू कवर) तैयार किया है। कवर ऑल के जरिये कोरोना वायरस संक्रम‍ित मरीजों के इलाज में जुटे डॉक्टर, नर्सेज, पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य को मदद मिलेगी। 

कोरोना संक्रमित रोगियों के उपचार के दौरान संक्रमण से बचने के लिए डॉक्टर और नर्स पीपीई किट्स पहनते हैं। लेकिन अब तक बाजार में उपलब्ध पीपीई किट्स के नीचे प्लास्टिक की एक विशेष लेयर होती है, जिसके कारण इसे पहनने वाले डॉक्टरों को काफी गर्मी लगती है। वैज्ञानिकों ने स्वास्थ्यकर्मियों की इस समस्या का हल निकाल लिया है।

क्या है ये PPE
#पीपीई किट्स पहनने के दौरान उन्हें ज्यादा गर्मी और उमस का सामना नहीं करना पड़ेगा क्योंकि अब पीपीई किट्स एक विशेष कपड़े के बनाए जा सकेंगे। 
#इस कपड़े से बनी पीपीई किट्स में हवा गुजर सकेगी जिससे स्वास्थ्यकर्मियों को ज्यादा गर्मी का एहसास नहीं होगा। 
#अब तक के पीपीई किट्स को वायरस को ध्यान में रखकर बनाया गया है, जबकि यह पीपीई किट 99 फीसदी तक बैक्टीरिया को भी रोकने में सक्षम बताई गई है।

ये है शामिल 
टेक्सटाइल एंड फाइबर विभाग के प्रो एमरटिस डॉ एसएम इश्त‍ियाक और उनके स्टूडेंट डॉ बिस्वारंजन दास साइंटिस्ट 'डी' व असिस्टेंट डायरेक्टर DMSRDE  कानपुर ने ये पीपीई कवर ऑल का एडवांस वर्जन डवलप किया है। ये पीपीई सरकार के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के सभी मानकों पर खरा उतरता है। 

एक किट तीन बार हो सकेगी इस्तेमाल
यह विशेष पीपीई किट तीन बार तक इस्तेमाल की जा सकेगी। कपड़े की बनी होने के कारण इसे विशेष रसायनों के जरिए धुलकर संक्रमण मुक्त किया जा सकेगा। अब तक बाजार में उपलब्ध किट लगभग एक हजार रुपये के आसपास की आती हैं, लेकिन इसे तीन बार इस्तेमाल करने के कारण इसकी कीमत एक तिहाई रह जाएगी।


 

Riya bawa

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