IAS Success Story: बचपन में चराती थी भैंस, आज हैं IAS अफसर, जानें सफलता का राज

Wednesday, Oct 23, 2019 - 12:58 PM (IST)

नई दिल्ली: देश में बहुत से उम्मीदवार हर साल दिन-रात कड़ी मेहनत करके आईएएस बनने का सपना सच करते है। आज भी एक ऐसी ही युवती की कहानी की बात करने जा रहे है जो बचपन से भैंस चराती थी और फिर भी उन्होंने लगन- संघर्ष करके यूपीएससी की परीक्षा पास की। इन हालातों में भी उन्‍होंने न केवल पढ़ाई पूरी की बल्‍कि IAS अफसर बनकर एक मिसाल पेश की है। यूपीएससी की ओर से हर वर्ष आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा देश की चुनौतिपूर्ण परीक्षाओं में से एक है।  

जाने कैसा रहा सफर 

1.बचपन से आर्थिक हालात खराब
इस युवती का नाम है सी.वनमती. वन। इस युवती के घर के आर्थिक हालात बचपन में बेहद खराब थे, यहां तक कि स्‍कूल जाने की उम्र में पढ़ाई के साथ-साथ उन्‍हें अपने घर के काम यानी कि पशु-पालन में हाथ बांटना पड़ता था। वनमती खुद भी बचपन में भैंस चराने जाया करती थीं।  

2.पारिवारिक जीवन 
सी.वनमती केरल के इरोड जिले से ताल्‍लुक रखती हैं। वह एक बेहद साधारण परिवार से हैं, जिनके यहां पशुओं को पालने का काम होता था। वनमती भी पशुओं को चारा खिलाती थीं, साथ-साथ भैंस चराने जाया करती थीं, लेकिन वो पढ़ने में अच्‍छी थीं।  इसलिए वे अपने घर के हालात पढ़ाई से बदलना चाहती थीं। 

3. 12वीं के बाद था शादी का दबाव
12वीं के बाद वनमती पर शादी का दबाव पड़ने लगा था,उनके नाते-रिश्‍तेदार उनसे शादी करने की बात कहते थे।  इसी दौरान उन्‍होंने गंगा यमुना सरस्वती नाम का सीरियल देखा, जिसमें नायिका IAS ऑफिसर होती है। बस उसके बाद से ही वनमती ने ये तय कर लिया था कि उनको भी IAS अफसर बनना है। 

4. इंटरव्‍यू के दिन पिता थे एडमिट
इंटरव्‍यू से ठीक दो दिन पहले ही सी. वनमती के पिता बीमार हो गए थे, उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती कराना पड़ा। पिता की देखभाल करते हुए ही वनमती ने इंटरव्‍यू दिया। 

5.दूसरी बार में मिली सफलता
पहली बार जब यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की तो वह असफल रही, आखिरकार वनमती ने साल 2015 में दूसरी बार परीक्षा क्रैक कर IAS ऑफिसर  बनने का सपन पूरा किया। 

6. ऐसे की UPSC परीक्षा की तैयारी 
-आईएएस की तैयारी शुरू करने से पहले वे अपनी पढ़ाई पूरी कर चुकी थीं। उन्‍होंने कंप्‍यूटर ऐप्‍लीकेशन में PG किया फिर घर का खर्चे में मदद करने के लिए एक प्राइवेट बैंक में नौकरी भी कर ली। 
-इसके बाद वे घर में मदद देने लगी थीं, लेकिन वे अपना लक्ष्‍य नहीं भूलीं, इसलिए उन्‍होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।

Riya bawa

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