IAS Success Story: आंखों की रोशनी चली गई पर सफलता की राह नहीं छोड़ी, बने IAS OFFICER
punjabkesari.in Monday, Aug 19, 2019 - 11:58 AM (IST)
नई दिल्ली: कुछ के सपने साकार हो जाते हैं, तो कुछ उसे सच करने की कोशिश में लगे रहते हैं। ऐसा ही होता है जब किसी की बरसों की मेहनत, दिनरात जागने की तपस्या और हर पल संघर्ष, एक बड़ी सफलता में बदलता है। राकेश शर्मा की कहानी मुश्किलों से जूझते नौजवानों के लिए एक प्रेरणा है। बता दें कि साल 2018 में राकेश शर्मा ने सिविल सर्विस की परीक्षा क्रैक की। लक्ष्य तक पहुंचने के लिए हर एक इंसान को प्लानिंग और स्ट्रेटेजी की खास जरूरत होती है, इससे आप आसानी से हर एक परीक्षा क्रैक कर सकते हैं।
-राकेश शर्मा की बात करें तो वह मूल रूप से गांव सांवड़ के रहने वाले है लेकिन वो लगभग 13 साल से सेक्टर 23 में रहते हैं। राकेश शर्मा की बचपन से आंखों की रोशनी न होने पर भी सिविल सर्विस की परीक्षा में 608 रैंक हासिल किया।
बचपन में ही चलेगी आंखों की रोशनी
बचपन से राकेश शर्मा को ड्रग्स रिएक्शन होने की वजह से आंखों की रोशनी चली गई जिसकी वजह से उन्होंने अपनी पढ़ाई ब्रेल लिपी से पूरी की। बचपन में जब उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी लोगों ने उनके माता-पिता को कहा कि वो राकेश को आश्रम में छोड़ आए। ऐसे में उनके माता-पिता ने समाज की दकियानूसी सोच को पीछे छोड़ते हुए अपने बच्चे को एक समान्य बच्चे की तरह पाला।
सोशल वर्क की पढ़ाई
-राकेश शर्मा ने सोशल वर्क की पढ़ाई की है। इस परीक्षा को क्रैक करने से पहले उन्हें अहसास हुआ कि वो सिविल सर्वेंट बनने के बाद समाज के लिए काफी कुछ अच्छा कर सकते हैं। सोशल वर्क में एमए की परीक्षा पास की, इसके बाद 10 महीने कोचिंग ली और पहले ही प्रयास में परीक्षा को पास किया।
ये हैं राकेश के IAS बनने का राज
-बेसिक स्ट्रांग होना बहुत जरूरी है। उनके मुताबिक यूपीएससी का सिलेबस काफी डायनेमिक है, ऐसे में कभी-कभी उम्मीदों से बाहर का भी सवाल पूछ लिया जाता है
-परीक्षा के लिए मोटिवेट होना बहुत जरुरी है। मोटिवेट होकर हर एक इंसान मुश्किल परीक्षा को पास कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि मेरे माता-पिता हर वक्त मेरे साथ थे, ताकी मैं अपने लक्ष्य को प्राप्त कर संकू।
-राकेश शर्मा के मुताबिक लोगों को समझना होगा कि इंटरव्यू में आपके बुद्धिमत्ता को चेक नहीं किया जाएगा। ये प्रीलिम्स और मेन्स में आपके बुद्धिमत्ता को चेक कर लिया जाता है। इंटरव्यू में खुद को डायवर्स दिखाए और अपने इंटरेस्ट के बारे में बात करें। आपकी पर्सनालिटी को देखते हुए डायवर्सिटी को चेक किया जाता है।