IAS Success Story: किसान की बेटी ने बिना कोचिंग के क्रैक किया UPSC एग्जाम, जानें सफलता का राज

Thursday, Oct 31, 2019 - 05:26 PM (IST)

नई दिल्ली: हर एक इंसान जिंदगी में मुश्किलों से जूझते हुए किसी न किसी दिन सफलता हासिल करता है। यूपीएससी की ओर से हर वर्ष आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा देश की चुनौतिपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। देश के कई युवा बचपन से इस परीक्षा को पास कर IAS बनने का सपना संजोते हैं। एक ऐसी लड़की की बात करने जा रहे है जो कि एक कृषि परिवार से ताल्‍लुक रखती हैं। इस लड़की का नाम है एनीस कनमनी जॉय। 

मध्‍यम वर्गीय परिवार से संबंधित इस लड़की के पास यूपीएससी परीक्षा की कोचिंग के लिए पैसे भी नहीं थे। ऐसे में एनीस कनमनी जॉय ने बिना कोचिंग के सेल्फ स्टडी कर यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर देश का नाम रोशन किया है। सेल्फ स्टडी करने के बावजूद भी उन्‍हें एक बार में सफलता नहीं मिली बल्कि बरसों की मेहनत, दिनरात जागने की तपस्या और हर पल संघर्ष करके एक बड़ी सफलता हासिल की है। आखिरकार साल 2011 में अपने दम पर परीक्षा में सफलता पाई और 65वीं रैंक हासिल की। 

पारिवारिक जीवन 
एनीस केरल के एर्नाकुलम जिले के पंपकुडा से ताल्‍लुक रखती हैं। एनीस के पिता किसान हैं और मां हाउस वाइफ हैं। वह बचपन से पढ़ाई में अच्‍छी थीं। उन्‍होंने त्रिवेंद्रम मेडिकल कॉलेज से बी.एससी से नर्सिंग डिग्री की ली थीं, इसके बाद वह नर्सिंग की इंटर्नशिप कर रही थीं। 

इन टिप्स की मदद से करें परीक्षा की तैयारी 

1. रोजना अख़बार पढ़े 
एनीस ने फिर सेल्‍फ स्‍टडी पर भरोसा किया, वे हर दिन न्‍यूजपेपर बहुत ध्‍यान से पढ़ती थीं। अखबार से करंट अफेयर्स के साथ-साथ खुद को अपडेट रखती थी। 

2. सेल्फ स्टडी कर की तैयारी 
एनीस के आर्थिक हालात इतने अच्‍छे नहीं थे कि वे कोचिंग कर सकें, इसलिए उन्‍होंने बिना किसी सहारे के आगे बढ़ने का फैसला किया। इस तरह उन्होंने सेल्फ स्टडी कर एग्जाम की तैयारी की। 

3. दूसरी बार में मिली सफलता
एनीस ने बिना कोचिंग के पहली बार परीक्षा में साल 2010 में 580 रैंक हासिल की थी। वे अपने रैंक से संतुष्‍ट नहीं थीं, इसलिए वे दोबारा से तैयारी में जुट गईं। आखिरकार उन्‍हें दूसरी बार में साल 2011 में सफलता मिल गई.इस बार उन्‍होंने 65वीं रैंक हासिल की थी। 

Riya bawa

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