1 मिनट भी लेट होने पर लगेगा हाफ डे का जुर्माना

Tuesday, Jul 03, 2018 - 11:56 AM (IST)

वेस्ट दिल्ली: दिल्ली सरकार के स्कूलों में शिक्षकों को एक मिनट की भी लेटलतीफी होने पर उन्हें हाफ-डे अटेंडेंस का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। सरकार ने स्कूलों में बायोमैट्रिक हाजिरी सिस्टम लगाने के आदेश दे दिए हैं। हालांकि यह प्रक्रिया इसी वर्ष अप्रैल माह से शुरू की गई थी, लेकिन कुछ ही स्कूलों में पूरी हो सकी। जिसके बाद शिक्षा विभाग की ओर से सभी उप शिक्षा निदेशकों को जल्द से जल्द इस कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही उन्हें आदेश दिया गया है कि बचे हुए स्कूलों में लगने वाले बायोमैट्रिक सिस्टम का अपडेप उन्हें व्हाट्सअप ग्रुप के जरिए से दिया जाए। 


सर्वोदय स्कूलों में ट्रायल पर चलाए जा रहे बायोमैट्रिक सिस्टम को विभाग परमानेंट कर रही है। जानकारी के मुताबिक, एक महीने में शिक्षकों की 3 लेट अटेंडेंस, उनकी छुट्टी में कटौती कर सकती है। जिस कारण बायोमैट्रिक सिस्टम के लगने से सभी शिक्षकों को स्कूल में समय से पहले पहुंचना होगा। शिक्षा विभाग के मुताबिक, अभी तक 1024 में से सिर्फ 544 स्कूलों में ही बायोमैट्रिक सिस्टम लगाए गए हैं। जबकि फरवरी माह में पास हुए प्रपोजल के बाद से करीब तीन महीने बीत चुके हैं। लेकिन अभी भी 480 स्कूल बाकी हैं। जिनमें यह प्रक्रिया पूरी की जानी है। शिक्षकों की लेटलतीफी पर शिकंजा कसने के लिए शिक्षा विभाग यह कदम उठा रहा है।

 

शिक्षा विभाग ने डिप्टी डायरेक्टर को आदेश दिया है कि वह स्कूल में बायोमैट्रिक सिस्टम लगने की जानकारी तो देगें ही, साथ ही यह भी बताएंगे कि कितने स्कूल एनआईसी (राष्ट्रीय सूचना केंद्र) से लिंक हुए हैं, जिससे शिक्षा विभाग का कोई भी अधिकारी स्टॉफ की अटेंडेंस आसानी से देख सकेगा।  
सुबह साढ़े सात बजे से शुरू होने वाले स्कूल में अगर शिक्षक एक मिनट भी लेट होता है, तो उसकी अटेंडेंस हाफ डे में तब्दील कर दी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, ऑनलाइन अटेंडेंस अपडेट होने पर शिक्षक लेट आने पर भी आनलॉइन प्रक्रिया में धांधली करते थे। लेकिन बायोमैट्रिक सिस्टम लगने से सभी शिक्षक समय के पाबंद हो जाएंगे। अध्यापकों ने बताया कि यह सिस्टम शिक्षकों को पंक्चुअल बनाने में मददगार साबित होगा। लेकिन इस सिस्टम को बनाए रखने के लिए स्कूलों में सरकार को इंटरनेट कनेक्शन और बिजली की भरपूर सप्लाई देनी होगी।

pooja

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