राज्य के सरकारी स्कूलों में 10 वर्षों से खिसके एनरोलमैंट के ग्राफ में हुई ग्रोथ,12 प्रतिशत तक बढ़ा दाखिला

Tuesday, Apr 30, 2019 - 01:03 PM (IST)

लुधियाना: शिक्षा विभाग पंजाब के लिए वर्ष 2019 एक नई उममीद लेकर आया है।  राज्य के सरकारी स्कूलों में पिछले 10 वर्षों से गिर रहे एनरोलमैंट के ग्राफ में इस वर्ष के पहले 4 महीनों में ही ग्रोथ हुई है। इस बात का दावा करते हुए स्कूल शिक्षा विभाग के सैक्रेटरी कृष्ण कुमार ने तसल्ली भी जताई है कि स्कूलों में विद्यार्थियों के दाखिले हर वर्ष घटने की बजाय इस बार कुछ बढ़े हैं और विभाग कई स्कूलों को डबल शिफट करने की तैयारी भी कर रहा है। सोमवार को बीसीएम स्कूल शास्त्री नगर में लुधियाना के बीपीईओज़,सैंटर हैड टीचर,डिस्ट्रिकट मैंटर,ब्लाक मैंटरर्ज़ के साथ करीब 2 घंटे तक चली मीटींग के बाद सैक्रेटरी एजुकेशन ने उक्त जानकारी दी। एनरोलमैंट का ग्राफ अप करने के लिए लुधियाना के डीईओज़ सकैंडरी व एलीमैंट्री समेत डिप्टी डीईओज़ के साथ उन्होने अध्यापकों की कार्यशैली की प्रशंसा भी की। 

सैक्रेटरी ने बताया कि इस बार पूरे पंजाब के सरकारी स्कूलों में दाखिले बढ़े हैं लेकिन लुधियाना अब तक इसमें पहले नंबर पर रहा है। उन्होने बताया कि लुधियाना के प्री प्राईमरी स्कूलों में ही 30 प्रतिशत तक एनरोलमैंट बढऩे के अलावा सभी सरकारी स्कूलों के दाखिलों में 7 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है। हालांकि अभी 11वीं कक्षा के दाखिले होने बाकी हैं। कृष्ण कुमार ने बताया कि पिछले वर्ष लुधियाना दाखिलों में 5 प्रतिशत तक की कमी आई थी लेकिन इस बार जहां 5 प्रतिशत का क्रम रूका है और इसके साथ ही 7 प्रतिशत तक अतिरिक्त दाखिला बढऩे से इसको 12प्रतिशत तक की ग्रोथ के रूप में देखा जा रहा है जो कि एक अच्छा रिस्पांस है।

3 वर्षों में ऐसे खिसका एनरोलमैंट का ग्राफ
विभाग के आकंड़ों पर नजर दौड़ाएं तो सरकारी स्कूलों मे पहली से 5वीं कक्षा तक की प्राईमरी कक्षाओं में वर्ष 2014-15 में 11.01 लाख विधार्थी पढ़ रहे थे लेकिन 2015-16 में यह संखया घटकर 10.27 लाख और 2016-17 में घटती घटती 9.56 लाख तक रह गई। इसी तरह मिडल वर्ग 6वीं से 8वीं तक 2014-15 में 7.14 लाख,2015-16 में कुछ बढक़र 7.22 लाख,वर्ष 2016-17 में फिर घटकर 6.92 लाख तक रह गई। हाई कक्षाओं में पढ़ते विद्यार्थियों की गिणती 2014-15 में 4.28 लाख,2015-16 में घटकर 4.17 लाख,2016-17 में फिर घटकर 4.08 लाख तक खिसक गई। सैक्रेटरी एजुकेशन का जिममा संभालते ही कृष्ण कुमार ने वर्ष 2017 नवंबर में राज्य में प्री प्राईमरी कक्षाओं की शुरूआत की जिसमें पहले ही वर्ष 1.73 लाख से अधिक नन्हें विद्यार्थियों ने दाखिला लिया। इसके बाद उन्होने सरकारी स्कूलों में दाखिले बढ़ाने की मुहिम शुरू की जिसके परिणाम स्वरूप इस बार दाखिलों में बढ़ौतरी हुई है। 

विभाग के लिए यह वर्ष चैलेंज से कम नहीं 
सैक्रेटरी एजुकेशन ने कहा कि अध्यापकों के परिश्रम से दाखिले तो बेशक बढ़े हैं लेकिन इस वर्ष को शिक्षा विभाग एक चैलेंज के रूप में देख रहा है। क्योंकि जो बच्चे निजी स्कूलों से हटकर सरकारी स्कूलों में दाखिल हुए हैं उनको भी अन्य विद्यार्थियों की तरह ही गुणात्मक शिक्षा देनी है। इसके लिए विभाग ने अपनी तैयारियां पूरी करके एक फ्रेमवर्क भी बना लिया है। इससे पहले उन्होने मीटींग में आए विभागीय स्टाफ से चर्चा करते हुए स्कूलों में उनकी जरूरतों के बारे में भी जाना। इस मीटींग दोरान बीपीईओज़ व सैंटर हैड अध्यापकों ने अपने सुझाव भी सांझे किए। 

प्रशंसनीय कार्य करने वालों को मिले प्रशंसा पत्र
सरकारी स्कूलों में एनरोलमैंट बढ़ाने के लिए प्रशंसनीय कार्य करने वालों को मोटीवेट करने के लिए सैक्रटेरी एजुकेशन ने 5 बीपीईओज़ समेत 15 अध्यापकों को प्रशंसा पत्र भी जारी किए। डिप्टी डीईओ कुलदीप सिंह ने बताया कि बीपीईओज़ में डेहलों 2 की राजिंद्र कोर,लुधियाना वन की तृप्ता रानी,सिधवां बेट 2 के अवतार सिंह,मांगट वन की भूपिंद्र कोर,सुधार की बलविंद्र कोर को प्रशंसा पत्र दिए गए। इसके अलावा प्राईमरी स्कूल नारंगवाल के बलविंद्र सिंह,साहनेवाल कलां प्राईमरी स्कूल से सुपनदीप कोर,प्राईमरी स्कूल कुपका से पुष्विंद्र सिंह,माछीवाड़ा से प्रदीप कुमार,ढटट से परविंद्र कुमार,कमालपुर से मंजीत सिंह,बान्यो कलां से चरणजीत सिंह,गालिब कलां से वरिंद्र कोर,जड़तौली से जसबीर सिंह और बस्ती जोधेवाल के करनैल सिंह को प्रशंसा पत्र प्रदान किए। 
 

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