विदेश में पढ़ना होगा आसान अगर GRE टेस्ट कर लिया क्लीयर, जानें डीटेल में

Saturday, Oct 27, 2018 - 01:18 PM (IST)

जीआरई टेस्ट एक अंतरराष्ट्रीय टेस्ट है। इस टेस्ट का आयोजन एजुकेशनल टेस्टिंग सर्विसेज (ईटीएस) नाम की संस्था द्वारा कराया जाता है। बता दें कि इस टेस्ट के आधार पर कई देशों में ग्रैजुएट स्कूलों या बिजनैस ग्रैजुएट स्कूलों में दाखिला मिलता है। दुनिया भर में करीब 700 केंद्रों पर इस टेस्ट का आयोजन होता है। 


योग्यता:

जीआरई टेस्ट में बैठने के लिए कोई खास शर्त नहीं है। किसी भी उम्र और शैक्षिक योग्यता वाला व्यक्ति इसके लिए आवेदन कर सकता है। टेस्ट क्लियर करने के बाद जिस संस्थान में आप दाखिले के लिए आवेदन करेंगे, वहां की शैक्षिक और आयु संबंधित शर्तों को पूरा करना होगा। 

 

पैटर्न : 

पेपर 3 घंटे 40 मिनट का होता है। पेपर में कुल छह सेक्शंस होते हैं और तीसरे सेक्शन की परीक्षा के बाद 10 मिनट का ब्रेक दिया जाता है। आमतौर पर जीआरई के लिए कंप्यूटर आधारित टेस्ट होता है। 

 

सिलेबस: 

जीआरई को दो फॉर्मेट होते हैं। सिलेबस दोनों फॉर्मेट के लिए अलग-अलग होता है। जीआरई के सामान्य यानी जनरल टेस्ट में verbal reasoning, quantitative reasoning, critical thinking और analytical writing skills। जीआरई के सब्जेक्ट टेस्ट में किसी खास फील्ड्स में कैंडिडेट की दक्षता का आंकलन किया जाता है। 


 

पंजीकरण:
रजिस्ट्रेशन के लिए कैंडिडेट्स को पहले 'My GRE Account' बनाना होता है। चार तरीके से जीआरई जनरल टेस्ट का रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। वे चार तरीके ऑनलाइन, फोन, मेल और फैक्स से रजिस्ट्रेशन होता है। 

 

स्कोर: 

टेस्ट के 101-5 दिनों के बाद ऑफिशल स्कोर मेल किया जाता है। जीआरई स्कोर 5 सालों तक वैध होते हैं। अपनी परीक्षा की तारीख से 3 महीने बाद दोबारा स्कोर भेजने का आग्रह कर सकते हैं। 
 

pooja

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