सिर्फ़ एक हफ़्ते के अंदर छात्रा ने सुलझाई 50 साल पुराने सवाल की गुत्थी

Friday, Jun 26, 2020 - 04:42 PM (IST)

नई दिल्ली: इंटरनेट के जरिए लोग अपने कठिन से कठिन सवालों के जवाब ढूंढ़ लेते हैं, लेकिन कई ऐसे सवाल होते हैं, जो इतना कंफ्यूज करते हैं कि आप समझ ही नहीं पाते न ही उसका हल निकल पाता है। गणित से जुड़ा एेसा ही एक सवाल बहुत ही तेजी से वायरल हो रहा है जिसको एक छात्रा ने एक सप्ताह से भी कम समय में हल कर दिखाया है। कॉन्वे नॉट की गुत्थी लंबे समय से अनसुलझी हुई थी और बहुत प्रसिद्ध गणितज्ञों ने इसको हल करने की कोशिशें की थीं।

50 साल पुराने गणित के सवाल को किया हल 

बात कर रहे है अमेरिका की एक छात्रा लीसा पिचिरिल्लो जिसने 50 साल पुराने गणित से जुड़े एक सवाल को हल कर दिया है। लीसा पिचिरिल्लो टेक्सस विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही हैं, जिन्होंने 'कॉन्वे नॉट प्रॉब्लम' को हल कर लिया है। विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर कैमर गोर्डोन जो ख़ुद एक गणितज्ञ हैं उनसे बात करते हुए उन्होंने अपनी गणना के बार में उन्हें बताया।

जॉन होर्टन कॉन्वे ने किया पेश

कॉन्वेज़ नॉट (गांठ) के सवाल को ब्रिटेन के गणितज्ञ जॉन होर्टन कॉन्वे ने 1970 में पेश किया था लेकिन लीसा ने इस गुत्थी के बारे में पहली बार 2018 में एक सेमीनार में सुना था। प्रोफ़ेसर गॉर्डन कहते हैं, "मुझे नहीं लगता है कि उसे मालूम था कि यह कितनी पुरानी और प्रसिद्ध पहेली है."

क्या है गणित की पहेली?

गणित की एक विशेष शाखा टोपोलॉजी में मैथेमेटिकल नॉट्स (गणितीय गांठें) एक विषय है। साधारण शब्दों में कहें तो टोपोलॉजी की पढ़ाई में यह जाना जाता है कि कोई वस्तु कैसे बिना तोड़े, बिगाड़े, घुमाई और फैलाई जा सकती है।

कैसे किया गणित के सवाल को हल

-लीसा कॉन्वेज़ नॉट की पहेली को सुलझाने में लगी थीं जिसमें 11 घुमाव या गांठें थीं जो उसे 'सिबलिंग नॉट' जैसा बना रहा था. सिबलिंग नॉट के अध्ययन को साबित करना कम जटिल होता है।

-लीसा ने क्वांटा मैगज़ीन से कहा, "मैं इस पर पूरा दिन काम नहीं करती थी क्योंकि मैंने इसे असली गणित जैसा नहीं माना था.""मैं इसे अपने होमवर्क की तरह देखती थी. तो मैं घर जाती थी और यह करती थी.

-बॉस्टन कॉलेज अख़बार से लीसा की प्रोफ़ेसर एलिसेंडा ग्रिब्सी ने कहा, "जब उन्होंने शुरुआत की थी तब नॉट थ्योरी में उनका कोई अध्ययन नहीं था और न ही लीनियर अलजेब्रा को छोड़कर उनकी गणित की ट्रेनिंग थी लेकिन एक सप्ताह के अंदर उन्होंने सफलतापूर्वक गणना करनी शुरू कर दी जिसने कई छात्रों को झटका दिया."

Riya bawa

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