''गांधी का जीवन दर्शन शिक्षा व्यवस्था का बनाए अभिन्न अंग''
punjabkesari.in Saturday, Nov 24, 2018 - 11:04 AM (IST)

पटना: बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन दर्शन को विश्व के लिए आज पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक बताया और कहा कि उनके जीवन के दर्शन को शिक्षा व्यवस्था का अभिन्न अंग बनाया जाना चाहिए।
टंडन ने आज यहां गांधी जी के 150वें जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित एकदिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का औपचारिक उद्घाटन करने के बाद कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जीवन दर्शन आज संपूर्ण विश्व के लिए पहले से कहीं ज्यादा प्रासंगिक और उपयोगी बन गया है। उन्होंने कहा कि गांधीवाद एक ऐसा व्यवहारिक दर्शन है, जिसका जीवन के हर क्षेत्र में व्यापक प्रभाव है और इसका अनुसरण कर मौजूदा विभिन्न चुनौतियों से निपटा जा सकता है।
राज्यपाल ने कहा कि आज जो लोग गांधी जी के सिद्धांतों पर अमल नहीं करते, उन्हें भी अपने विचारों को गांधी के सिद्धांतों के आवरण में ही प्रस्तुत करने को विवश होना पड़ता है। उन्होंने कहा कि गांधी दर्शन को आज भारतीय शिक्षा-व्यवस्था का अभिन्न अंग बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बापू के आर्थिक सिद्धांतों से गांवों के विकास में मदद मिलेगी तथा देश की अर्थव्यवस्था भी सशक्त होगी। गांधी जी ने कभी भी सत्ता की ओर मुड़कर नहीं देखा। उनको याद करने के लिए तथा उनके जीवन-दर्शन पर अमल करने के लिए सत्ता-लोलुपता को त्यागना पड़ेगा।