10वीं में अच्छे मार्क्स पाने के लिए फॉलो करें ये टिप्स
Tuesday, Jan 01, 2019 - 12:45 PM (IST)
नई दिल्ली : सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं क्लास की डेटशीट जारी कर दी है। बोर्ड की ओर से जारी डेटशीट के अनुसार इस बार परीक्षाएं जल्द शुरु हो रही है। 10वीं की बोर्ड परीक्षा 21 फरवरी से शुरु हो रही है। ऐसे में स्टूडेंट्स के पास तैयारी के लिए काफी कम समय बचा है। 10वीं क्लास की परीक्षा को किसी भी व्यक्ति के करियर में काफी महत्वपूर्ण होती है। 10वीं के नंबरों के आधार पर ही आपको 11वीं में अपनी स्ट्रीम चुनते है। 10वीं क्लास के लेटेस्ट मार्किंग स्कीम के मुताबिक स्टूडेंट्स का आंकलन मेन बोर्ड एग्जाम में 80 मार्क्स पर किया जाएगा जबकि 20 मार्क्स इंटरनल असेसमेंट के लिए होगा। ऐसे में अगर आप चाहते है कि आप परीक्षा में अच्छे नंबर हासिल कर सकें, तो आइए जानते है कुछ ऐसे टिप्स के बारे में जो आपको अच्छे मार्क्स लाने में मदद करेंगे
सीबीएसई की एग्जाम के लिए NCERT की किताब को ही कोर बुक मानकर पढ़ें। अगर आप सिलेबस की अच्छी तरह से तैयारी कर लेंगे तो इससे आपको बेहतर रिजल्ट मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
सिलेबस को रट्टा मारकर पढ़ने औऱ याद करने की बजाए कॉन्सेप्ट्स को समझने की कोशिश करें।
पढ़ाई को लेकर दिन-दिन बढ़ रहे स्ट्रेस को कम करने के लिए समय-समय पर छोटे-छोटे ब्रेक लेते रहें।
सभी तरह के फॉर्म्यूला और थिओरम्स को याद कर लें और उन्हें बार-बार दोहराते रहें।
सैंपल क्वेश्चन पेपर के साथ-साथ पिछले साल के क्वेश्चर पेपर्स भी प्रैक्टिस करते रहें।
इन सैंपल पेपर्स को सॉल्व करने के लिए खुद को 3 घंटे का समय दें और घड़ी पर नजर रखें कि आपकी स्पीड और ऐक्यूरेसी कितनी है।
परीक्षा देते वक्त आंसर शीट में आपकी हैंड राइटिंग भी बहुत मायने रखती है। लिहाजा साफ-सुथरी राइटिंग में जवाब लिखें।
सोशल साइंस और साइंस जैसे पेपर्स में जहां आपको लंबे-लंबे आंसर लिखने की जरूरत होती है वहां पैराग्राफ में आंसर लिखने की बजाए पॉइंट वाइज आंसर लिखें।
सभी विषयों पर समान ध्यान और समय देने के लिए टाइम मैनेजमेंट सीखना बेहद जरूरी है।
परीक्षा हॉल में इन बातों का रखें ध्यान
क्वेचर पेपर बंटने के बाद सबसे पहले फ्रंट पेज पर लिखे निर्देशों को अच्छी तरह से पढ़ें और उसके बाद सवालों को भी अच्छी तरह से पढ़ लें।
आपको जो सवाल पहले से और अच्छी तरह से आता है उसे समय बचाने के लिए पहले अटेम्प्ट करें।
सभी सवालों को सही से नंबरिंग करें और दो जवाबों के बीच उचित स्पेस देना न भूलें।
जब आपका पूरा क्वेश्चन पेपर सॉल्व हो जाए तो इसे रिवाइज करना न भूलें ताकि कोई भी सवाल छूट न जाए।
आखिर में खुद पर भरोसा रखें और कड़ी मेहनत करें तभी बेहतर नतीजे हासिल हो पाएंगे।