प्रतियोगिता में जीत के लिए असाधारण रणनीतियां

Saturday, Feb 17, 2018 - 01:03 PM (IST)

नई दिल्ली : एक ही रास्ते पर चलने वाली रणनीतियां अक्सर एक से ही नतीजे देती हैं। सुरक्षित रूप से चलने के लिए जो रणनीतियां अपनाई जाती हैं, प्राय: वे ही खतरा बन जाती हैं। हैलन कीलर के अनुसार, ‘‘सुरक्षा तकरीबन एक अंधविश्वास है, यह प्रकृति में अस्तित्व नहीं रखती, न ही इंसान इसका पूरा अनुभव ले सकता है। तत्काल प्रदर्शन के मुकाबले दीर्घकाल तक खतरे को अनदेखा करने में कोई सुरक्षा नहीं होती। जीवन या तो साहसी रोमांच है या फिर कुछ नहीं।’’ खतरा हमेशा खतरनाक नहीं होता, जिस तरह ‘सुरक्षा’ हमेशा सुरक्षित नहीं होती। जब आप किसी के बनाए रास्ते पर चलते हैं तो वास्तव में वहीं खड़े होते हैं। ऐसी ‘गति’ कोई गति नहीं होती।

असाधारण रणनीतियां साहस की मांग रखती हैं। यदि मनुष्य में किनारे को नजर से ओझल करने का साहस नहीं है तो वह नए सागरों की तलाश नहीं कर सकता। फ्रैंच लेखक आंद्रे गाइड का यही मानना है। नए आविष्कार करने से पहले व्यक्ति को अपने भय पर काबू पाना होता है। ब्रिटिश दार्शनिक बर्टेंड रसेल के शब्दों में, ‘‘भय पर विजय पाना ही बुद्धिमत्ता का आरम्भ है।’’ बुद्धिमत्ता से ही रणनीतियां शुरू होती हैं।

कभी-कभी किसी नई रणनीति के नियोजन व क्रियान्वयन के लिए ‘कुछ न सीखना’ व ‘कुछ न करना’ भी महत्वपूर्ण हो जाता है। एक चीनी कहावत के अनुसार, ‘‘आप ठंडी बासी चाय के कप में गर्म चाय नहीं उंडेल सकते।’’ ठीक इसी तरह दिमाग में नए ताजा विचारों को जगह देने के लिए पुराने विचारों को निकालना पड़ता है।प्राय: माना जाता है कि साहसी रणनीतियां खतरनाक होती हैं जबकि मेरा अनुभव कुछ और ही कहता है। कई बार दुर्घटना से बचने के लिए तेज गति से कार चलाना जरूरी हो जाता है। तेज ट्रैफिक व भागती-दौड़ती जिंदगी में कभी-कभी ‘गो स्लो’ भी बे-मायने हो जाता है। सचमुच नए पथों का निर्माण करने वाली रणनीतियों के लिए कौशल व साधन की आवश्यकता होती है।    
 

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