नॉन कॉलेज में भी लागू होगा ईडब्ल्यूएस आरक्षण

Friday, May 10, 2019 - 06:58 PM (IST)

नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के शैक्षिक सत्र 2019-20 में ओबीसी, एसटी/एससी और पीडब्ल्यूडी के साथ सामान्य जाति के आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के तहत 10 फीसदी आरक्षण लागू किया जाएगा। डीयू के नियमित तौर पर चल रहे कॉलेज और पाठ्यक्रम के साथ शनिवार और रविवार को चलने वाले नॉन कॉलेजिएट के 26 सेंटरों की छात्राओं पर भी लागू किया जाएगा। नॉन कॉलेजिएट में बीए प्रोग्राम और बीकॉम की पढ़ाई होती है। ईडब्ल्यूएस 10 फीसदी आरक्षण लागू होने के चलते नियमित कॉलेज की सीट में बढ़ोतरी होगी। साथ ही नॉन कॉलेज में तकरीबन तीन हजार सीट की बढ़ोतरी होगी। 

नॉन सेंटर प्रभार प्रो. हंसराज सुमन ने बताया कि डीयू प्रशासन की तरफ से जारी सर्कुलर के अनुसार इस सत्र से दस फीसदी ईडब्ल्यूएस आरक्षण लागू किया जाएगा। यह नियम नॉन कॉलेज में भी लागू होगा। डीयू व यूजीसी से इस सर्कुलर के आने के बाद से कॉलेजों के प्राचार्यों और सेंटर के प्रभारी द्वारा आगामी शैक्षिक सत्र में छात्राओं की कितनी सीटों की बढ़ोतरी होगी। इसके लिए प्रभारी अपने कर्मचारियों के साथ मिलकर आंकड़े एकत्रित कर सीटों का ब्यौरा तैयार कराया जा रहा है। शैक्षिक सत्र 2019-20 से लागू करने के लिए छात्रों के प्रवेश के साथ ही यह कहा गया है कि उस कॉलेज और संस्थान की वेबसाइट पर इस आरक्षण की नीति को लागू करने के संदर्भ में स्पष्ट रूप से उल्लेख करे। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम के अनुसार सीटों के आंकड़े तय करें कि किन वर्गों को कितनी सीटें आरक्षण के हिसाब से दी गई हैं।

हर सेंटर में 105 सीटों का हो जाएगा इजाफा
नॉन कॉलेजिएट में 26 सेंटर चलते है। ईडब्ल्यूएस 10 फीसदी आरक्षण लागू होने के बाद सीटों के बढऩे से सामान्य जाति के आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के साथ-साथ अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति, ओबीसी के अलावा सामान्य वर्गों के विद्यार्थियों की सीटों में इजाफा होगा। प्रो. सुमन ने बताया कि वर्तमान में प्रत्येक सेंटर में बीए प्रोग्राम में 240 सीटें और बी कॉम प्रोग्राम में 180 सीटें हैं। ईडब्ल्यूएस आरक्षण के आने से बीए प्रोग्राम में 300 सीटें और बी कॉम प्रोग्राम में 225 सीटें हो जाएंगी। उनके अनुसार अब बीए प्रोग्राम सामान्य वर्ग के लिए 122, एससी के लिए 45, एसटी के लिए 22, ओबीसी की 81, ईडब्ल्यूएस के लिए 30 होगी। इसी तरह बी कॉम प्रोग्राम में सामान्य वर्ग के लिए 90, एससी 34, एसटी 17, ओबीसी 61, ईडब्ल्यूएस 23 सीटे बनेगी। इस तरह से 105 सीटों का इजाफा होगा। ऐसे में 105 छात्राओं को अतिरिक्त प्रवेश मिल सकेगा।
 

bharti

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