फीस रिफंड पॉलिसी के बाद भी स्कूल फीस लौटाने में कर रहे है आनाकानी

Tuesday, Feb 20, 2018 - 12:54 PM (IST)

नई दिल्ली : सरकार द्वारा स्कूलों के लिए बनाई गई फीस रिफंड पॉलिसी को पब्लिक स्कूल धता बता रहे हैं। स्कूल ना सही से फीस वापस कर रहे हैं और ना ही फीस वापसी की पूरी व सही जानकारी दे रहे हैं। डीओई(शिक्षा निदेशालय) के नियमों के अनुसार फीस रिफंड पॉलिसी कहती है कि अगर अभिभावक फीस जमा कराने के एक माह के भीतर दाखिला वापस लेता है। ऐसे में स्कूल सिर्फ एक माह की ट्यूशन फीस, रजिस्ट्रेशन फीस और दाखिला शुल्क काटकर बाकी पैसा 15 दिन के भीतर वापस करें। फिर भी अभिभावकों के  लिए फीस वापस लेना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। एक अभिभावक ने सोमवार को भेजी शिकायत में कहा है कि मैंने अपने बच्चे का द्वारका के बसावा इंटरनेशनल स्कूल में दाखिला कराया था। उसका नर्सरी कक्षा में सामान्य श्रेणी में दाखिला लिया गया था। स्कूल ने हमसे स्कूल की एक सोसायटी के नाम पर 70 हजार रुपये का डिमांड ड्राफ्ट लिया था। आज जब हम उनसे फीस वापसी के लिए बात करने गए तो स्कूल ने साफ मना कर दिया। वहीं कुछ अभिभावकों ने बताया कि स्कूल फीस वापसी की पूरी जानकारी नहीं दे रहे हैं। इसी कड़ी में डीएवी पुष्पांजलि स्कूल ने दाखिले की सूची के साथ जारी नोटिस में ही लिख दिया है कि सिक्योरिटी डिपोजिट के अलावा कोई फीस वापस नहीं होगी। वहां दाखिले का आवेदन करने वाले अभिभावक दुविधा में हैं कि रिफंड पॉलिसी होने के बावजूद स्कूल ने ऐसा नोटिस दे दिया है।

एडमिशन नर्सरी डॉट कॉम के संचालक सुमित वोहरा का कहना है कि बड़ी संख्या में अभिभावकों की शिकायतें आ रही हैं कि स्कूल फीस वापसी के नाम पर स्कूल मुकर रहे हैं। यह दाखिले का अंतिम चरण हैं। शिक्षा निदेशालय को इस पर कड़ा रुख अपनाना चाहिए । एडमिशन नर्सरी डॉट कॉम में 24 घंटे के भीतर आईं दस से ज्यादा शिकायतों में अभिभावकों ने कहा है कि स्कूल फीस वापस नहीं कर रहे। यही नहीं कुछ स्कूलों ने अभिभावकों से दूसरे मद में जो पैसा लिया है, उसे भी वापस नहीं कर रहे हैं।

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