OMG! छात्रों को पढ़ाने से पहले अब पढ़ना होगा Teachers को

Friday, Jun 21, 2019 - 10:35 AM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को उद्यमी बनाने के लिए ‘एंटरप्रेन्योरशिप माइंड सेटर करिकुलम’ 2019-20 के अकादमिक सत्र से नौवीं से 12 वीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाया जाएगा। इस पाठ्यक्रम के जरिए छात्रों में आत्मविश्वास बढ़ाने, सपने देखना, कुछ अलग सोचने की क्षमता को बढ़ाने पर काम किया जाएगा ताकि भविष्य में छात्रों को उद्यम शुरू करने के लिए प्रेरित किया जा सके। पाठ्यक्रम को पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए अब राज्य सरकार ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है। यह कार्यक्रम स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) के तत्वाधान में 24 जून से लेकर 29 जून तक आयोजित किया जाएगा। 

इस कार्यक्रम में शिक्षक और स्कूल प्रिंसिपल को पाठ्यक्रम की महत्ता के बारे में बारीकी से समझाया जाएगा। ताकि उन्हें यह ज्ञात हो कि वह छात्रों को किस तरह से इस पाठ्यक्रम के सभी पहलुओं से अवगत करवाएं व पाठ्यक्रम को कैसे पढ़ाएं। इन सभी विषयों पर ट्रेनिंग दी जाएगी। इस बाबत पूरी जानकारी एससीईआरटी ने सर्कुलर जारी कर दी है। सर्कुलर में एससीईआरटी ने कहा है कि पहली बार दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 1 जुलाई से नौंवी से बारहवीं कक्षा के लिए एंटरप्रेन्योरशिप पाठ्यक्रम की पढ़ाई शुरू हो जाएगी।

इस पाठ्यक्रम का फायदा सभी छात्रों को लक्ष्य व उसी भावना में हो, इसे सर्वोच्च रखते हुए ही यह ओरिएंटेशन कार्यक्रम रखा गया है। इसमें स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षक व वह शिक्षक जो इएमसी की क्लास लेने वाले शिक्षक भी शिरकत करेंगे। साथ ही इमसी को-ऑर्डिनेटर, टीडीसी, हैप्पीनेस को-ऑर्डिनेटर के सदस्य भी शामिल होंगे। इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम में तरकीबन 3526 शिक्षक और अन्य अधिकारी शामिल होंगे। ज्ञात हो कि एंटरप्रेन्योरशिप पाठ्यक्रम जुलाई सत्र से शुरू होने से पहले पायलट परियोजना के तौर पर दिल्ली के 24 स्कूलों में चलाया जा रहा है। ताकि पाठ्यक्रम के व्यवहारिक पहलुओं व आने वाली समस्याओं के अनुमान मिल जाएं। 

क्या है एंटरप्रेन्योरशिप का सिलेबस
एंटरप्रेन्योरशिप पाठ्यक्रम के सिलेबस में 11 विषयों में पढ़ाया जाएगा। जिसमें ज्वॉयफुल, कॉफिडेंट, ड्रिमर, रिस्क टेकर, क्रिटिकल थिंकर, फाइटर आदि विषयों पर सिलेबस तैयार किया  गया है। इसके साथ ही शिक्षकों के लिए संबंधित विषय को लेकर एक पुस्तक भी दी जाएगी। जिसके आधार पर शिक्षक बच्चों को यह पाठ्यक्रम पढ़ाएंगे।

Riya bawa

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