अभिभावक नहीं, दक्षता तय करेगी बच्चों का करियर

Monday, Oct 21, 2019 - 02:16 PM (IST)

नई दिल्ली: मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 9वीं-10वीं के छात्रों का एप्टीट्यूड पता करने के लिए ऑन लाइन परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए छात्रों का माड्यूल तैयार कर लिया गया है। मंत्रालय ने एनसीईआरटी से 37 माड्यूल करियर विकल्प तैयार कराया है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारिक सूत्र ने बताया, अब अभिभावक, शिक्षक या समाज नहीं, बच्चे का करियर तमन्ना के जरिए तय किया जाएगा। 9वीं-10वीं के छात्रों को इसी के जरिए परखा जाएगा। 

सरकार ने छात्र-छात्राओं का करियर सुनिश्चित करने के लिए उच्चस्तरीय अभिक्षमता या कौशल परीक्षा का मॉड्यूल तैयार किया है। बच्चों के करियर को माता-पिता या समाज के दबाव में तय करने के बजाए उसकी क्षमता और दक्षता के आधार पर सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय इसके लिए इसी सत्र से 9वीं-10वीं कक्षा के छात्रों की ऑनलाइन परीक्षा लेगा। इससे उनके एप्टीट्यूड का पता चलेगा कि वह किस दिशा में अपना करियर बना सकते हैं। 

अधिकारिक सूत्र ने बताया, भारत में स्कूली पढ़ाई के दौरान अभिभावकों, शिक्षकों और सोसायटी का बच्चों पर भविष्य को लेकर बेहद दबाव रहता है। उसे डॉक्टर, इंजीनियर, ऑर्किटेक्ट, अकाउंटेंट, शेयर मार्केट, बैंक, सीएस, सीए आदि बनने की सलाह दी जाती है। लेकिन छात्र की क्षमता और दक्षता किस क्षेत्र में है, इस बात पर कोई ध्यान नहीं देता। 

Riya bawa

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