Phd.में नहीं चलेगी रिसर्च के नाम पर खानापूर्ति-UGC नियम सख्त करने के मूड में

Saturday, Jan 12, 2019 - 11:19 AM (IST)

जालंधर(सुमित) : मास्टर डिग्री करने के बाद बहुत से विद्यार्थियों की चाहत होती है कि वे पीएच.डी.करके अपने नाम के आगे डाक्टर लगा सकें परंतु पिछले कई वर्षों से थिसिस माफिया ने पीएच.डी.को भी आसान बना दिया था। विद्यार्थी थीसिस खुद तैयार करने की बजाय प्रोफैशनल लोगों से तैयार करवाते हैं,इसके साथ ही रिसर्च के नाम पर मात्र खानापूर्ति करके पीएच.डी.पूरी कर लेते हैं। इस बात को यूजीसी.द्वारा काफी गंभीरता से लिया जा रहा है और यूजीसी विद्यार्थियों पर लगाम लगाने की तैयारी में हैं।

जानकारी के मुताबिक आने वाले समय में यूजीसी पीएच.डी.के लिए नियमों को और सख्त करने के मूड में हैं। अगर ऐसा होता है तो पीएच.डी.में रिसर्च के नाम पर मात्र खानापूर्ति नहीं चल सकेगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक यूजीसी द्वारा नए नियमों के तहत रिसर्च के लिए कोर एरिया तय किया जाएगा। इस तरह जो उस कोर एरिया में अपनी रिसर्च करेगा उसकी रिसर्च व्यावहारिक होगी। ऐसा करने से खानापूति वाली प्रवृति पर भी लगाम लगेगा।

एक जानकारी के मुताबिक यूजीसी अधीन आने वाली यूनिवर्सिटियों में करीब डेढ़ लाख उम्मीदवार पीएच.डी के लिए नामांकित हैं और हर साल सैंकड़ों उम्मीदवार अपनी पीएच.डी.पूरी करते हैं। परंतु आगामी समय में यह आसान नहीं होगा।

Sonia Goswami

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