7000 सरकारी अध्यापकों की दौड़ लगवाएगा शिक्षा विभाग

Thursday, Dec 06, 2018 - 09:37 AM (IST)

लुधियाना (विक्की) : पंजाब के सरकारी स्कूलों में सेवा निभा रहे अध्यापकों को खेलों के माध्यम से चुस्त-दुरुस्त रखने व उनमें नई ऊर्जा का संचार करने के उद्देश्य से पंजाब के शिक्षा विभाग ने पहली बार एक नया प्रयास करते हुए अध्यापकों के खेल मुकाबले करवाने का फैसला किया है। यह मुकाबले सर्दियों की छुट्टियों के बीच लुधियाना में 26 से 28 दिसम्बर तक आयोजित किए जाएंगे। माना जा रहा है कि उक्त खेलों में 12 गेमस के 7000 अध्यापक भाग लेंगे। 
जानकारी के मुताबिक समूह खेलों के लिए राज्य भर के सहायक जिला शिक्षा अधिकारियों (खेल) द्वारा अपने-अपने जिलों की टीमें तैयार की जाएंगी। एलिमैंटरी शिक्षा विभाग के डी.पी.आई. इंद्रजीत सिंह ने अध्यापक खेल कराने के संबंध में समस्त जिला और सहायक जिला शिक्षा अधिकारी (खेल) को लिखित निर्देश भी जारी कर दिए हैं।


कौन से अध्यापक लेंगे भाग 
विभाग द्वारा जारी किए पत्र अनुसार राज्य स्तरीय अंतर जिला अध्यापक खेल 26 से 28 दिसम्बर तक लुधियाना में होंगी। इन खेल में हर जिले में से 33 प्रतिशत खेल से संबंधित या खेल विषय से प्रमोट हुए अध्यापक और 67 प्रतिशत दूसरे विषयों के अध्यापक भाग लेंगे। उक्त खेलों में महिला और पुरुष दोनों वर्गों के अध्यापक शामिल होंगे और प्राइमरी, मिडल, हाई और सीनियर सैकेंडरी स्कूलों के अध्यापक खेल में हिस्सा लेंगे।


किन-किन खेलों का होगा आगाज
अध्यापकों की कर्रवाई जाने वाली खेल में एथलैटिक्स में 100, 200, 400, 800, 1500, 3000 और 5000 मीटर दौड़ (सिर्फ पुरुषों के लिए) से रिले रैस शामिल होंगी। शाट- पुट, डिस्कस थ्रो, जैवलिन थ्रो, लांग जंप, हाई जंप के अलावा वालीबॉल, खो- खो, बैडमिंटन, टेबिल टैनिस, चेस, हैंडबॉल, फुटबॉल, हॉकी, टैग ऑफ पॉवर और नैशनल स्टाइल कबड्डी के मुकाबले होंगे। खेल कोआर्डिनेटर ने बताया कि लुधियाना में होने वाली इन खेल की तैयारियां आरंभ शुरू कर दी गई हैं और अध्यापकों के रहने और खाने का प्रबंध भी किया जाएगा।


अध्यापकों को ठहराने के लिए प्रबंधों में जुटे ए.ई.ओ.
विभाग की ओर से करवाई जा रही इन खेलों में भाग लेने आ रहे अध्यापकों को ठहराने के लिए ए.ई.ओ. विक्रम भनोट ने स्कूलों में कमरों का प्रबंध करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। 
भनोट ने बताया कि पहली बार अध्यापकों की इन खेलों का आयोजन करवाना बड़ी जिम्मेदारी है। विभिन्न जिलों से आने वाले अध्यापकों को सरकारी स्कूलों में ठहराया जाएगा। 

Sonia Goswami

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