''ई लर्निंग से पूरी हो सकती है शिक्षा क्षेत्र में संसाधनों की कमी''

punjabkesari.in Saturday, Jan 26, 2019 - 10:42 AM (IST)

झांसी:  उत्तर प्रदेश में झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जे वी वैशम्पायन ने शिक्षा के क्षेत्र में संसाधनों की जो भी कमी है जिसके कारण देश में सभी को शिक्षा देने के काम में जो कमी है उस कमी को ई-लर्निंग के माध्यम से खत्म किये जाने की जरूरत पर बल दिया है।  

विश्वविद्यालय परिसर के गणित एवं कम्प्यूटर विज्ञान संस्थान के सभागार में आईक्यूएसी सेल एवं पण्डित मदनमोहन मालवीय राष्ट्रीय मिशन फॉर टीचिंग एण्ड टीचर्स के संयुक्त तत्वाधान में गुरू अंगददेव टीचिगं एण्ड लर्निगं सेन्टर, नई दिल्ली के सहयेाग से आयोजित ‘ब्लाईण्डेड लर्निगं एण्ड आई.सी.टी. ऑन टीचिंग’ विषय पर शुक्रवार को आयोजित दो दिवसीय सेमिनार के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि देश में शिक्षा के क्षेत्र में संसाधनों की कमी के कारण इस विशाल देश में सभी के लिए शिक्षा प्रदान करना वास्तव में एक दुरूह एवं लगभग असंभव कार्य है। आज आवश्यकता इस बात की है कि हम देश के प्रत्येक नागरिक को शिक्षा प्रदान कर सके। तकनीकी विकास के युग में ई-लर्निगं के द्वारा ही यह संभव हो सकता है तथा संपूर्ण भारत के लोगो को उच्च शिक्षा दी जा सकती है। शिक्षा के क्षेत्र में संसाधनों की कमी को ई-लर्निगं के द्वारा ही पूरा किया जा सकता है।  

 

उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय इस क्षेत्र का उच्च शिक्षा प्रदान करने का एकमात्र संस्थान है अत: यह हमारा उत्तरदायित्व है कि क्षेत्र के तथा आसपास के निवासियेां को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करें। इस हेतु विश्वविद्यालय कृत संकल्प है तथा कोई कोर कसर नही छोडेगा।    कार्यशाला को गुरू अंगददेव टीचिगं एण्ड लर्निगं सेन्टर के अध्यक्ष प्रो. ए.के.वक्शी तथा संयुक्त निदेशक प्रो. विमल रार ने भी स्काईप के माध्यम से संबेधित किया।   


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pooja

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