DU के 85 फीसदी छात्र ऑनलाइन एग्जाम के ख‍िलाफ, ओपन बुक परीक्षा को लेकर किया गया सर्वे

Wednesday, May 27, 2020 - 11:10 AM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से छात्रों में ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षा एक चर्चा का विषय बना हुआ है। इसी बीच DU शिक्षक संघ ने ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षा को लेकर आज जूम ऐप के जरिये प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी। मीडिया से बातचीत में डूटा ने इस परीक्षा को लेकर 23 मई को कराए गए ऑनलाइन सर्वे की चर्चा की। 

इसमें दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों से परीक्षा को लेकर कुछ सवाल पूछे गए थे। डूटा ने कहा कि मात्र 48 घंटे से कम समय में 47393 विद्यार्थियों हमारे सवालों पर अपनी प्रतिक्रिया दी। डूटा अध्यक्ष राजीव रे ने भी कहा कि हम छात्रों के हित के लिए ऑनलाइन ओपन बुक एग्जाम का सख्त विरोध करते हैं। डूटा उपाध्यक्ष डॉ आलोक रंजन पांडेय ने बताया कि सर्वे में छात्रों ने एकमत से कहा है कि वह ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षा नहीं दे सकते तो दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन किस दबाव में ऐसा करना चाहता है।

जब सीबीएसई जुलाई में परीक्षा कराने को तैयार है तो डीयू प्रशासन को भी जुलाई से सोशल डिसटेंसिग का ध्यान रखकर तृतीय वर्ष के छात्रों की परीक्षा करानी चाहिए क्योंकि अभी छात्र कागज कलम से ही परीक्षा देना चाहते हैं।

क्या है ये सर्वे 
-इस सर्वे में सामने आया कि अधिकतर बच्चे ऑनलाइन एग्जामिनेशन में उपस्थित नहीं हो सकते। श‍िक्षकों ने पूरा डाटा मीडिया के समक्ष रखा जिसमें विद्यार्थियों से तमाम प्रश्न किए गए थे कि वह किस ईयर के बच्चे हैं और कौन सा कोर्स कर रहे हैं। साथ ही ये भी पूछा गया कि क्या वो ऑनलाइन एग्जामिनेशंस में सम्मिलित हो सकते हैं। 
-सर्वे में सामने आया है कि 85% से ज्यादा ऐसे बच्चे हैं जो किसी न किसी परेशानी की वजह से ऑनलाइन एग्जाम नहीं दे सकते।
- छात्रों ने इक्विपमेंट जैसे लैपटॉप डेक्सटॉप स्मार्टफोन या नेटवर्क और नेट की प्रॉब्लम जैसी कई समस्याओं को इसकी वजह बताया। 
- इसके अलावा श‍िक्षकों ने बताया कि अन्य बहुत सारी ऐसी प्रॉब्लम है जिनकी वजह से बच्चे ऑनलाइन एग्जामिनेशन में शामिल नहीं हो सकते। 
- इस सर्वे में हिस्सा लेने वाले 38.4 फीसद स्नातक पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष के छात्र हैं. वहीं 86.8 डीयू के रेगुलर कॉलेजों के छात्र हैं। 
 

Riya bawa

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