DU: अनिवार्य हिंदी टेस्ट के नोटिस के कारण छात्र परेशान
Wednesday, Sep 20, 2017 - 11:50 AM (IST)
नई दिल्ली : दिल्ली यूनिवर्सिटीके छात्र इन दिनों परेशानी का सामना कर रहे है उन्हें समझ ही नहीं आ रहा वह क्या करें। स्टूडेंट्स की परेशानी का कारण है अनिवार्य हिंदी टेस्ट यानी CHT । क्योंकि कुछ कॉलेजों ने इस टेस्ट के लिए नोटिस लगा दिए हैं। साथ ही इस टेस्ट के लिए सेमिस्टर के अंत का समय भी निश्चित कर दिया है।पिछले साल ये खबर आई थी कि DU में हिंदी टेस्ट को पास किए बिना किसी छात्र को डिग्री नहीं मिलेगी। इस कारण बहुत सारे स्टूडेंट्स परेशान हो गए थे, क्योंकि डीयू में पढ़ने वाले बहुत सारे स्टूडेंट्स नार्थईस्ट के हैं और उनकी हिंदी अच्छी नहीं है। वहीं कई स्टूडेंट्स एेसे भी है जिन्होंने 8वीं क्लास के बाद हिंदी पढ़ी ही नहीं है
खबर है कि इस एग्जाम के लिए कॉलेजों ने नोटिस लगा दिया है। इनमें सबसे ऊपर नाम सत्यवती (ईवनिंग) कॉलेज का है, जिसने सबसे पहले 14 सितंबर को ये नोटिस लगाया था। कॉलेज में लगाए गए इस नोटिस में लिखा गया है, 'फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड ईयर के छात्रों को सूचित किया जाता है, जिन्होंने कक्षा 8, 10 या 12 में हिंदी नहीं पढ़ी है, उन्हें अनिवार्य CHT परीक्षा देनी होगी। इसे पास करने के बाद ही उन्हें डिग्री सर्टिफिकेट दिया जाएगा।'
जुलाई 2016 में पास किया गया था प्रपोजल
गौरतलब है कि पिछले साल हिंदी डिपार्टमेंट ने कहा था कि कॉलेज ऐसे छात्रों की पहचान करें, जिन्होंने कक्षा 8 के बाद हिंदी नहीं पढ़ी हो और उनके लिए एक कोर्स शुरू किया जाए। जिससे वे जब यूनिवर्सिटी से पढ़कर निकलें तो उन्हें बेसिक हिंदी की नॉलेज हो। इस प्रपोजल को एकेडमिक काउंसिल ने जुलाई 2016 में पास कर दिया था। पर इस फैसले का छात्रों ने विरोध किया और इसे पिछले साल लागू नहीं किया जा सका था। इस एग्जाम को लेकर कन्फ्यूजन तब बढ़ गई थी जब डीयू की एकेडमिक काउंसिल ने पहले इस एग्जाम से मणिपुर, सिक्किम, नागालैंड, मिजोरम और खासी के छात्रों को राहत दे दी थी।
अब यूनिवर्सिटी की ओर से लगाए गए इस नोटिस के बाद छात्र समझ नहीं पा रहे हैं कि किन्हें परीक्षा देनी होगी और किन्हें नहीं। हालांकि कुछ कॉलेज जैसे दयाल सिंह कॉलेज ने पहले ही इस कोर्स को पढ़ाना शुरू कर दिया है। रामजस कॉलेज ने CHT को फर्स्ट ईयर BA स्टूडेंट्स के लिए अनिवार्य किया है।