कॉलेजों में स्वीकृत सीटों से दोगुने हुए दाखिले

Tuesday, Jul 17, 2018 - 10:46 AM (IST)

नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2018-19 के लिए चल रही स्नातक पाठ्यक्रमों की दाखिला प्रक्रिया में इसबार पांच कटऑफ में बंपर दाखिले हुए हैं। आलम यह है कि पांच कटऑफ में ही डीयू के कुछ ही कॉलेज बचे हैं, जिनमें सीटें हैं, तो वहीं कुछ कॉलेज ऐसे भी हैं जहां स्वीकृत सीटों से कई प्रतिशत अधिक तक दाखिले हो गए है। डीयू द्वारा दाखिले की जानकारी के साथ ही किस कॉलेज में किस कोर्स की कितनी सीटें है और कुल कॉलेज में कितनी सीटें स्वीकृत है इसकी जानकारी डीयू दाखिला पोर्टल के सूचना पत्र (इंफोर्मेशन बुलेटिन) में दी हुई है। बुलेटिन में दिए गए आंकड़ों और दाखिलों बाद डीयू द्वारा जारी किए गए आंकड़ों को देखें तो दोनों में बड़ा अंतर दिखाई देता है। कुछ जगह स्वीकृत सीटों के मुकाबले दाखिलों की संख्या 60 प्रतिशत से 100 प्रतिशत से अधिक दिखाई दे रही है। अब सवाल यह है कि यदि कॉलेजों में सीटें ज्यादा हैं,तो बुलेटिन में कम क्यों दिखाई गई है। यदि सीटें ज्यादा भी है तो क्या दोगुना फर्क डीयू के बुलेटिन और सीटों की संख्या में हो सकता है यदि सीटें उतनी ही है जितनी बुलेटिन में दिखाई गई है,तो फिर इतने अधिक दाखिले कॉलेजों ने कैसे कर लिए। 

 

आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी कॉलेज में स्वीकृत सीटों की संख्या (डीयू सूचना पत्र के मुताबिक) 955 हैं जबकि सोमवार तक इस कॉलेज में 1783 दाखिले हुए। इस हिसाब से कॉलेज में कुल 828 दाखिले अधिक हुए हैं। इसी तरह भारती कॉलेज (महिला) में स्वीकृत सीटों की संख्या 911 दिखाई गई है जबकि यहां पर भी सीटों की संख्या से अधिक 1695 प्रवेश हुए हैं, यानि यहां भी 784 ज्यादा सीटों पर दाखिले हुए हैं। नॉर्थ कैम्पस स्थित मौजूद हंसराज कॉलेज में भी स्वीकृत सीटों की संख्या से 60 प्रतिशत अधिक दाखिले हुए हैं। सोमवार तक यहां कुल 1866 दाखिले हुए, जबकि डीयू के इंफोर्मेशन बुलेटिन के मुताबिक कॉलेज में 1164 सीटें ही स्वीकृत हैं। इस हिसाब से यहां 702 ज्यादा प्रवेश हुए हैं जो स्वीकृत सीटों का 60 प्रतिशत होता है।   
 

pooja

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