रेलवे एग्जाम की तैयारी के दौरान भूल कर भी न करें ये गलतियां

punjabkesari.in Monday, Apr 23, 2018 - 04:24 PM (IST)

नई दिल्ली : रेलवे दुारा आने वाले दिनों में भर्ती के लिए एग्जाम का आयोजन किया जाना है। इसे अब तक रेलवे दुारा की जाने वाली सबसे बड़ी भर्ती माना जा रहा है। इस एग्जाम से  90 हजार पदों पर भर्ती की जाएगी। इनमें से करीब 63 हजार पद ग्रुप डी और शेष 27 हजार पद ग्रुप-सी यानी असिस्टेंट लोको पायलट (ALP) और टेक्नीशियन के हैं। इस Railway Exam में भाग लेने के लिए करीब पौने तीन करोड़ कैंडिडेट्स ने अप्लाई किया है। एेसे में अगर स्टूडेंट्स पूरी मेहनत से इस एग्जाम की तैयारी करने में लगे हुए है। लेकिन कई बार परीक्षा की तैयारी करते समय कई सारी गलतियां भी कर बैठते । अगर आप भी इस एग्जाम की तैयारी कर रहे है तो आइए जानते है कुछ एेसी गलतियों के बारे में जो भूल कर भी आपको एग्जाम की तैयारी के समय नहीं करनी चाहिए 

प्लानिंग पूरी, एग्जीक्यूशन अधूरा
एग्जाम के लिए अप्लाई करने के बाद से ही कई कैंडिडेट्स इसकी प्लानिंग में जुट जाते हैं। प्लानिंग अच्छी बात है। लेकिन प्रॉब्लम तब होती है जब प्लानिंग तो कर लेते हैं, लेकिन इस पर एग्जीक्यूशन नहीं करते हैं। इसलिए आप जो भी प्लानिंग कर रहे है उसे पूरा करें। 

बहुत ज्यादा सामग्री कलेक्ट करना
जब भी कोई एग्जाम होती है तो पहले ही मार्केट में उससे संबंधित ढेर सारी बुक्स आ जाती हैं। ऑनलाइन भी बहुत सारा मेटर उपलब्ध रहता है। ऐसे में कई कैंडिडेट्स बहुत सारी बुक्स भी ले आते हैं और ऑनलाइन उपलब्ध सामग्री भी कलेक्ट कर लेते हैं। कई लोग कोचिंग क्लासेस से भी मटेरियल ले आते हैं। लेकिन इसका कोई फायदा नहीं होता, बल्कि इतनी सामग्री देखकर कन्फ्यूजन ही बढ़ता है।

मॉक टेस्ट पर फोकस नहीं करना
कई कैंडिडेट्स ऐसे होते हैं तो स्टडी तो खूब करते हैं, लेकिन मॉक टेस्ट पर ध्यान नहीं देते। जबकि मॉक टेस्ट इस तरह से बनाए जाते हैं कि उन्हें सॉल्व करने वाले को ऐसा एहसास हो कि वह रियल में एग्जाम ही दे रहा हो। इसलिए रियल एग्जाम का एक्सपीरियंस लेने के लिए अधिक से अधिक मॉक टेस्ट पर फोकस करना चाहिए।

कई एग्जाम पर एक साथ फोकस करना
यह भी एक कॉमन मिस्टेक है। अगर आप बेहतर रिजल्ट चाहते हैं तो आपको एक ही समय पर एक या दो एग्जाम पर ही फोकस करना चाहिए और वह भी सेम पैटर्न वाली। एग्जाम को जुआ नहीं मानते हुए केवल यही सोचें कि आप जो भी एग्जाम लिखने जा रहे हैं, उसमें आपको पास होना ही है। जब आप ऐसा सोच लेंगे तो फिर एक ही एग्जाम पर फोकस कर पाएंगे।

एक ही टॉपिक पर  न अटके रहें
कई कैंडिडेट पढ़ाई तो बहुत करते हैं, लेकिन इस दौरान वे काफी समय भी वेस्ट कर देते हैं। कई बार तो कैंडिडेट एक ही टॉपिक पर अटके रहते हैं। वे उस टॉपिक से संबंधित सारे कॉन्सेप्ट क्लियर करने की कोशिश करते हैं। लेकिन यहां ध्यान रखना है कि किसी भी टॉपिक के कॉन्सेप्ट क्लियर करने से ज्यादा जरूरी यह है कि आप उस टॉपिक से कितने नंबर ला पाते हों। अगर कोई टॉपिक बहुत ज्यादा समझ में नहीं आ रहा हो तो उसमें उलझने के बजाय बेहतर यह होगा कि उसे छोड़कर आगे बढ़ा जाए।

 


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