बोर्ड के चेयरमैन को दो टूक, मांग न मानी तो परीक्षाओं में नहीं करेंगे सहयोग

Saturday, Dec 01, 2018 - 12:17 PM (IST)

अमृतसर: सैल्फ परीक्षा केन्द्र नीति में तबदीली लाने की मांग पर अडे रैकोगनाइजड तथा एफिलेटिड स्कूल्ज एसोसिएशन रासा ने पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन मनोहर लाल कलोहिया को दो टूक में कह दिया है कि यदि मार्च में होने वाली बोर्ड की परीक्षाओं से पहले उनकी मांग न मानी गई तो रासा के 5 हजार से अधिक स्कूल मार्च में होने वाली परीक्षाओं में बोर्ड का सहयोग नहीं करेंगे तथा बोर्ड के फैसले के विरोध में माननीय पंजाब तथा हरियाणा होईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। 

चेयरमैन कलोहिया आज बोर्ड के उज्ज अधिकारियों सहित नकल रोकने संबंधी जिला अमृतसर में सरकारी तथा गैर सरकारी स्कूलों के मुखियों के साथ एक विशेष मीटिंग में आत्ममंथन करने आए हुए थे। जब बोर्ड के चेयरमैन ने रासा के स्कूलों से बोर्ड की परीक्षाओं में उन्हें आने वाली समस्याओं संबंधी पूछा तो सभी स्कूलों ने एक सुर में कहा कि नकल रोकनी है तो सैल्फ परीक्षा केन्द्र बनाना जरूरी है तथा बोर्ड को अपनी नीति में तबदीली लानी चाहिए।

 

रासा के प्रांतीय महासचिव पंडित कुलवंत राय शर्मा ने कहा कि पिछले वर्ष हुई परीक्षाओं में सैंटर बनाने के लिए बोर्ड ने अपने चहेतों के स्कूलों में परीक्षा केन्द्र बनाए है जिन स्कूलों में पिछले लम्बे समय से परीक्षा केन्द्र बन रहे थे उनको नजरअंदाज करके अपने चहेतों के स्कूलों में परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। जिन सरकारी स्कूलों में रैकोगनाइज्ड तथा एफिलेटिड स्कूलों के परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे उनमें न तो विद्यार्थियों के बैठने के लिए डैस्क थे न पीने के पानी का पर्याप्त प्रबंध था। परीक्षा केन्द्र में भी लाइट का भी उचित प्रबंध नहीं था। कई किलोमीटर का सफर तय करके विद्यार्थियों को दूसरे केन्द्रों में जाना पड़ा है जिससे कई बार तो विद्याॢथयों के एक्सीडैंट भी हो चुके हैं। 


शर्मा ने कहा कि हम बोर्ड को स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि यदि नीति में फेरबदल न हुआ तो बोर्ड के फैसले के खिलाफ वह हाईकोर्ट में जाएंगे तथा आने वाली परीक्षाओं में कोई भी बोर्ड का स्कूल साथ नहीं देगा।  वहीं सरकारी स्कूलों के प्रिंसीपलों ने भी चेयरमैन को बोर्ड की कमियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। शर्मा की सारी बात सुनने के उपरांत चेयरमैन ने कहा कि शर्मा जी तो हमारे अपने हैं बोर्ड इनको मना ही लेगा। पंजाब केसरी से बातचीत करते चेयरमैन कलोहिया ने स्पष्ट किया कि पिछले वर्ष की भांति सैल्फ केन्द्र नहीं बनाए जाएंगे। हां जो एफिलेटिड तथा रैकोगनाइज्ड स्कूल अच्छे हैं उनके संबंधित जिले में 30 के करीब स्कूलों में इस बार परीक्षा केन्द्र बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह राज्य में नकल रोकने के लिए पूरी तरह गंभीर है उनके निर्देशों पर ही राज्य के सभी जिलों में स्कूल मुखियों तथा प्रशासनिक अधिकारियों से मीटिंग करके नकल रोकने संबंधी सुझाव लिए जा रहे हैं ताकि समय रहते बोर्ड परीक्षाओं में आने वाली खामियों को दूर कर सके। 

pooja

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