सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से पहले सोच लें एक बार...

punjabkesari.in Sunday, May 06, 2018 - 04:38 PM (IST)

नई दिल्ली : वर्तमान समय में देश में चलने वाले मुद्दों पर चिंतन कर विचारकों ने कांस्टीट्यूशन क्लब में शनिवार को सोशल मीडिया के प्रयोग एवं समसामायिक महत्व पर 7 सत्रों में नैमिषेय संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन सभागार में बैठी सभी महिलाओं द्वारा द्वीप प्रज्जवलन कर देने के बाद हुआ। 


पहले सत्र में मशहूर नृत्यांगना सोनल मानसिंह ने सोशल मीडिया की भूमिका और अपेक्षा विषय पर कहा कि आज के दौर में सोशल मीडिया का व्यापक स्वरूप है जहां विभिन्न विषयों पर चर्चा व जनसंवाद होता है मगर कला संस्कृति को गहराई से जानना भी जरूरी है। वक्ता अमीर चंद ने कहा कि सोशल मीडिया पर ऐसे लेखक हैं जो अवैतनिक हैं जो अपने जमीर से समझौता नहीं करते। कार्यक्रम की आयोजक मालिनी अवस्थी ने कहा कि सोशल मीडिया पर शब्दों का चयन जरूरी है क्यूंकि यहा लिखी गई बात की पहुंच लाखों करोड़ों लोगों तक है। 

अनंत विजय ने इस सत्र का संचालन किया। दूसरे सत्र में भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे झूठ से सावधान रहें। केंद्र सरकार की प्राथमिकता देश निर्माण की है जिसमें सबका सहयोग उपेक्षित है। तीसरे सत्र में सोशल मीडिया पर पत्रकार रोहित सरदाना ने कहा कि पहले रेडियो, दूरदर्शन, प्राइवेट चैनल, डिबेट फिर ग्राउंड डिबेट लेकिन अब इन सबसे प्रभावी माध्यम सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप हैं। कल तक जो बातें नाई की दुकान, घरों के आंगन में हुआ करती थीं सोशल मीडिया ने उनकी जगह ले ली। लेकिन यहां संयमित रहें। संदेश वायरल करने से पहले 4 बार सोचें। विकीपीडिया पर भरोसा न कर तत्थ्यों के लिए किताबों का सहारा लें। चौथे सत्र में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता गौरव भाटिया ने न्यायालय के 4 जजों द्वारा मामले को मीडिया में लाए जाने के कारण लोगों में आयी भावनाओं पर कहा कि कोर्ट के आंतरिक  मामले में सरकार हस्तक्षेप नहीं करेगी, यह बात नरेंद्र मोदी कह चुके हैं। 5वें सत्र में इतिहास कला और संगीत सोशल मीडिया विषय पर संगीत नाटक एकादमी के शेखर सेन कहते हैं कि देशभर में कहीं भी संगीत नाटक का कार्यक्रम संगीत नाटक एप के जरिये आप कहीं भी देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि कलाकार निधि पति नहीं होता प्रतिनिधि होता है लेकिन अब कलाकार कलाबाज हो गए हैं। उपन्यासकार नरेंद्र कोहली ने कहा कि हर युग वैज्ञानिक युग था और हमारी संस्कृति इतिहास हमारे वेदों धर्मग्रंथों में समाया हुआ है। आईजीएनसीए सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने कहा कि सोशल मीडिया अनसोशल और एंटी सोशल हो रहा है। पूरे मीडिया में कला का नैरेटिव गलत तरीके से प्रेषित है। छठे सत्र शैफाली बैद्य की सुधांशू त्रिवेदी और गौरव प्रधान की सोशल मीडिया पर बात हुई। 


आखिरी सत्र में रजत शर्मा और रिचा अनिरुद्ध की बात हुई जिसमें रजत शर्मा ने कहा सोशल मीडिया के कारण मुख्यधारा की मीडिया की मनमानी खत्म हुई। इससे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और प्रिंट मीडिया पर दबाव बनता है। चैनल और न्यूजपेपर सोशल मीडिया पर देख-रेख के लिए अलग नियुक्तियां हो रहीं हैं। पहले एंकर का काम केवल खबर पढऩा होता था मगर अब बीच-बीच में उसी मुद्दे पर आ रहे ट्वीट्स का विश्लेषण भी करना पढ़ता है। सोशल मीडिया पर हमें संयमित रहना चाहिए और एक -दूसरे को नीचा दिखाने की प्रवत्ति बंद होनी चाहिए। मालिनी अवस्थी ने धन्यवाद ज्ञापन में कहा कि देश के निर्माण में सोशल मीडिया की भूमिका अहम है और इसमें राष्ट्र प्रथम है। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। 


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pooja

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