15 लाख कक्षाएं बनेगी डिजिटल : जावड़ेकर

Monday, Sep 24, 2018 - 06:56 PM (IST)

नई दिल्ली : देश भर में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए केंद्र सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे है ।इस कड़ी के तहत  केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि‘आपरेशन डिजिटल बोर्ड’ के तहत नौवीं से स्नातकोत्तर तक 15 लाख कक्षाओं को डिजिटल कक्षा का रूप दिया जाएगा। जावड़ेकर ने उम्मीद जताई कि इस तरह की कक्षाओं से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा ।

दूसरे चरण में दिए गए 4 हजार करोड़ 
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के तहत पहले चरण में चार हजार करोड़ रूपये दिये गये और दूसरे चरण में भी चार हजार करोड़ रूपये दिये गये जबकि रूसा-तीन की भी योजना चल रही है। उन्होंने कहा कि 2014 में जब मोदी सरकार सत्ता में आई तो शिक्षा का बजट 63000 करोड़ रुपये था जो आज बढ़कर 1.10 लाख करोड़ रुपये हो गया और इस दौरान इसमें 70 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में दो सबसे पवित्र कार्यों में अन्नदान व शिक्षादान है।  

जहां शिक्षा समृद्व होती है वहीं प्रदेश और देश आगे बढ़ता है
उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिये ‘टेक्नीकल एज्यूकेशन क्वालिटी इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम’ के तहत अध्ययन के लिये जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिकिम्म, अरूणाचल प्रदेश, अंडमान, राजस्थान व बिहार में छह हजार करोड़ रुपये से ज्यादा धनराशि दी गयी है।  उन्होंने कहा कि राजस्थान ने नये युग में प्रवेश किया है। यह दिखा रहा है कि प्रदेश अब अच्छे के लिये बदल चुका है क्योंकि जहां शिक्षा समृद्व होती है वहीं प्रदेश और देश आगे बढ़ता है।      

डिजिटल तकनीक  से बदला है जीवन 
जावड़ेकर ने उच्च शिक्षा मानवसंसाधन सम्मेलन के दौरान दौसा, उदयपुर, श्रीगंगानगर के राजकीय महाविद्यालयों की छात्राओं के साथ संवाद करते हुए कहा कि डिजिटल तकनीक के माध्यम से हमारे जीवन में बदलाव आ गया है। ‘‘मुझे खुशी है कि आज गूगल पर अंग्रेजी से ज्यादा हिन्दी और भारतीय भाषाओं का उपयोग हो रहा है। राजस्थान की उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान में पिछले साढ़े चार वर्ष में बहुत नवाचार और सुधार हुआ है। इस दौरान 81 नये कालेज ना केवल खुले हैं बल्कि 75 कॉलेज के भवनों के लिए धन उपलब्ध करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने निजी उद्यमियों के साथ दस सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।  

इस अवसर पर मणिपुर के शिक्षा मंत्री टी राधेश्याम सिंह व उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत ने भी विचार रखे। रावत ने कहा कि तीन से पांच नवम्बर को हरिद्वार में ‘ज्ञानकुंभ’ का उद्घाटन राष्ट्रपति करेंगे। इसमें देश भर के 20 हजार शिक्षाविदों के भाग लेने की संभावना है। जावड़ेकर ने इस अवसर पर राजस्थान में एआईसीटी ट्रेनिग एंड र्लिनंग एकेडमी की औपचारिक शुरुआत की। 

bharti

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