इस कोर्स में Students की काफी रुचि

Monday, Oct 24, 2016 - 04:59 PM (IST)

नई दिल्ली : दिन प्रतिदिन डायलिसिस कोर्स में स्टूडेंट्स की रूचि बढ़ती जा रही है। जहां 15 स्टूडेंट्स के साथ इस कोर्स की शुरूआत की गई थी, वहीं अब इसमें 200 से अधिक स्टूडेंटस हैं। डायलिसिस टेक्नॉलजी में स्टूडेंट्स को डायलिसिस की प्रैक्टिल जानकरी दी जाती है। जिसमें उन्हें एक्सपर्ट द्वारा मशीन का सही प्रयोग करना और डायलिसिस के दौरान होने वाली परेशानी को सुलझाने का तरीका बताया जाता है। देश में किडनी के मरीजों की बढ़ती हालत को देखते हुए, इस कोर्स की शुरुआत की गई है।

बता दें कि बी.वीओसी में प्रवेश लेने वाले स्टूडेंट्स को तीन साल की ट्रेनिंग और शिक्षा दी जाएगी। जिसमें सप्ताह में एक दिन थ्योरी की क्लास और बाकि दिन सीनियर टेक्निशन के साथ काम सिखने का मौका दिया जाता है। जहां वे मरीजो की देखभाल करने के साथ ही डायलिसिस की प्रेक्टीस करते हैं। यहां स्टूडेंट्स को वो जानकारी दी जाती है जिसकी उन्हें जरूरत होती है।

डायलिसिस विभाग के डॉ.श्रीरंग बिछु ने कहा कि आजकल लोग सिर्फ डायलिसिस मे सर्टिफिकेशन कोर्स करके काम करते हैं। सर्टिफिकेशन कोर्स में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं मिलती है। डायलिसिस टेक्नॉलजी कोर्स में स्टूडेंटस को ट्रेनिंग पर फोकस करवाया जाता है। टिस में वोकेशनल पाठ्यक्रम की डीन नीला डाबिर ने जानकारी दी कि देश में हर साल किडनी संबंधी मरीजों की संख्या में को देखकर डायलिसिस टेक्निशियन शुरू किया गया है। बी.वीओसी इन डायलिसिस टेक्नॉलजी से स्टूडेंट्स को बेहतर रोजगार मिलेगा।

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