Delhi university 2019-20: स्नातक पाठ्यक्रम विवाद ‘चुनावी सिलेबस’ का हिस्सा

punjabkesari.in Saturday, Jul 27, 2019 - 01:23 PM (IST)

नई दिल्ली (मनीष राणा): दिल्ली विश्वविद्यालय शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए स्नातक पाठ्यक्रमों में बदलाव को लेकर शुरू हुआ विवाद लगातार जारी है। आलम यह है कि डीयू में नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो चुका है और अभी तक पाठ्यक्रम को लेकर विवाद जारी है। पाठ्यक्रम निर्धारित होने तक छात्रों का क्या होगा तब तक क्या करेंगे किसी को कुछ नहीं पता। मगर इतने शिक्षक नेता और छात्र नेता मुद्दे पर राजनीति खूब करेंगे, करें भी क्यो नहीं मजबूरी जो है। 

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दोनों का ही चुनाव आने वाला है और इस बार के चुनावी सिलेबस में पाठ्यक्रम विवाद का मुद्दा मुख्य रहने की संभावना है। दिल्ली विश्वविद्यालय के चार विभागों अंग्रेजी, समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान और इतिहास पाठ्यक्रम पर विवाद शुरू हुआ तो पहले इसमें शिक्षक कूदे और बाद में छात्रों ने भी कमर कस ली। शिक्षक और छात्र राजनीति में पाठ्यक्रम विवाद के नाम पर लेफ्ट (वामपंथ) और राइट (दक्षिणपंथ) की लड़ाई शुरू हो गई। दोनों इस मुद्दे पर एक दूसरे को घेरने में लगे है। 

एक दूसरे को निशाने पर लेते हुए लगातार विपक्ष पर हमला कर रहे हैं। एक राष्ट्रवाद और हिन्दुत्व पर हमला बता रहा है, तो दूसरा डीयू के पाठ्यक्रम तय करने की और शिक्षकों की स्वतंत्रता पर हमले के साथ ही दूसरे पक्ष की मनमानी व अराजकता। मकसद दोनों तरफ से ही चुनाव से पूर्व पक्ष में माहौल बनाना है। अगले दो माह में डीयू में शिक्षक और छात्र संगठन दोनों का ही चुनाव जो होना है। 

एक तरफ जहां दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) का चुनाव अगस्त 29 अगस्त को होना है तो सितम्बर में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) का चुनाव होना है। तभी तो  अकेडमिक काउंसिल (एसी) और एक्सीक्यूटिव काउंसिल (ईसी) में जमकर हंगामा होने और पाठ्यक्रमों को पुर्नविचार के लिए विभागों के पास भेजने के बाद भी इस मुद्दे पर प्रतिदिन हंगामा हो रहा है,जो यह बताने को काफी है कि इस बार डूटा और डूसू के चुनावी सिलेबस के मुख्य विषयों में पाठ्यक्रम विवाद भी शामिल रहेगा। 
 


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Riya bawa

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