दिल्ली मेगा पीटीएम: शिक्षा मंत्री ने कहा -बच्चों के प्रति हर अभिभावक हो जागरूक

Saturday, Jul 13, 2019 - 10:11 AM (IST)

नई दिल्ली: 2016 में दिल्ली में मेगा पीटीएम(पैरेंट टीचर मीटिंग) की शुरुआत की गई थी। जिसके बाद यह शिक्षक अभिभावक संवाद स्कूल शिक्षा की जरूरत बन गया। दिल्ली सरकार ने कहा कि शुक्रवार को इसी कड़ी में दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में सफलता पूर्वक मेगा पीटीएम का संचालन किया गया। शुक्रवार को पैंरेट टीचर मीटिंग में स्कूलों में नए शुरू हुए हैप्पीनेस और इंटरपे्रन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम पर बात की गई। 

इस संदर्भ में अभिभावकों से प्रतिक्रिया भी ली गई। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार मंडावली के सर्वोदय कन्या विद्यालय-2 व 3, राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय सिविल लाइंस का दौरा किया। दौरे के दौरान शिक्षा मंत्री ने हैप्पीनेस करिकुलम और इंटरपे्रन्योरशिप करिकुलम पर छात्रों से बात की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज की पीटीएम इस लिए खास है क्योंकि यह अभिभावकों को दिल्ली सरकार के द्वारा स्कूलों में की जा रही नई पहलों के बारे में जागरूक करने के लिए आयोजित की गई है। 

हर अभिभावक को अपने बच्चों की पढ़ाई के प्रति जागरूक रहना चाहिए ताकि जरूरी होने पर वह बच्चे को घर पर भी सपोर्ट दे सकें। अभिभावकों ने पीटीएम के बारे में सकारात्मकता दिखाई है। जोकि दिल्ली सरकार को शिक्षा में रिफॉर्म और नई पहलों को सही दिशा में ले जाने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि अभिभावकों की माने तो इंटरपे्रन्योरशिप करिकुलम बेहद सराहनीय पहल है। 

उनका मानना है यह कि ऐसी पहल समय की जरूरत है। इस तरह के और कार्यक्रम स्कूलों में आने चाहिए। सिसोदिया ने कहा कि शिक्षा पर सरकार के ध्यान दिया है जिसमें कई ऐसे कदम उठाए हैं, जिन्होंने सरकारी स्कूलों में शिक्षा की समग्र गुणवत्ता को बदल दिया है। इसके अलावा सभी स्कूलों में पीटीएम के दौरान रिफ्रेशमेंट की भी व्यवस्था की गई थी। इसमें शिक्षकों ने बच्चों के अभिभावकों से बच्चों के पिछली कक्षा में कम स्कोर करने को लेकर, स्कूल और घर के व्यवहार को लेकर, शिक्षा के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करने संबंधी सवाल पूछे जवाब लिए।

35 फीसद अभिभावक ही पहुंचे: जीएसटीए
सरकारी स्कूल शिक्षक संघ(जीएसटीए) ने मेगा पीटीएम पर शुक्रवार शाम को बयान जारी कर कहा कि दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में आयोजित की गई मेगा पीटीएम को सफल नहीं कहा जा सकता। क्योंकि संघ को मिली जानकारी के अनुसार तकरीबन 35 फीसद अभिभावक ही घर से निकलकर मीटिंग में शामिल होंगे स्कूल पहुंच सके हैं। संघ कार्यालय सचिव संत प्रकाश गौतम ने मेगा पीटीएम के बारे में कहा कि यह एक राजनैतिक संदेश भर है। एक दिन इसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हुई है। 

Riya bawa

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