नंबर्स की बाढ़ से बढ़ेंगी ये 3 प्रॉब्लम

Monday, Jun 04, 2018 - 03:21 PM (IST)

नई दिल्ली: अच्छे नंबर्स जहां बच्चों के चेहरे पर खुशी लाते हैं वहीं कुछ स्ट्डेंट्स के कम नंबर के तनाम से सुसाइड कर लेते है। बच्चों पर मां-बाप हमेशा अच्छें नंबर लाने का प्रेशर डालते हैं।  

नंबर्स की बाढ़ से बढ़ेंगी ये 3 प्रॉब्लम :
1.अनावश्यक प्रेशर बढ़ेगा बच्चों पर प्रीमियम परफॉर्मेंस के लिए जोर दिया जा रहा है। इससे न केवल बच्चों और पैरेंट्स पर प्रेशर बढ़ेगा, बल्कि जिन बच्चों के ज्यादा नंबर नहीं आएंगे या 70-75 फीसदी मार्क्स लाने वाले बच्चे अपने फ्यूचर को लेकर दुविधा में आ जाएंगे।

2.बढ़ेगा फ्रस्टेशन : कम नंबर्स लाने वाले बच्चे तो फ्रस्टेट होंगे ही, जिन बच्चों के अधिक नंबर आए हैं, उन्हें भी भविष्य में दिक्कत हो सकती है। अब उनसे हमेशा बेहतर परफॉर्म करने की उम्मीद रहेगी। अगर वे फ्यूचर में अच्छा परफॉर्म नहीं करते हैं तो उनमें और ज्यादा फ्रस्टेशन आएगा। मनोवैज्ञानिक रूप से ऐसे बच्चे ज्यादा परेशान होंगे।

3.इमेजिनेशन के लिए जगह ही नहीं होगी:  सीबीएसई की वैल्यूएशन की मौजूदा पूरी पद्धति ही ऑब्जेक्टिव टाइप है। सीबीएसई के इस सिस्टम में इमेजिनेशन और सोच-विचार के लिए जगह ही नहीं बचेगी। बिल्कुल टाइप्ड टैलेंट निकलकर आएगा जिसके पास इनोवेशन करने के लिए कुछ नहीं होगा।
 

pooja

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